विदेश सचिव विजय गोखले 26 फरवरी को भारत द्वारा पाकिस्तान पर की गई एयर स्ट्राइक को लेकर दिए गए अपने बयान से पलट गए हैं। उन्होंने विदेश मामलों की संसदीय समिति के सामने एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों की संख्या बताने से इनकार कर दिया।
विजय गोखले से जब संसदीय समिति ने पूछा कि बालाकोट में भारतीय एयर स्ट्राइक में कितने आतंकी मारे गए, तो उन्होंने जवाब दिया, “बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर 26 फरवरी की सुबह भारतीय वायुसेना के हमले में मारे गए लोगों की संख्या की हम अभी जांच कर रहे हैं। अभी तक हमें पूरी सूचना नहीं मिली है।”
जबकि इससे पहले 26 फरवरी को विजय गोखले ने मीडिया के सामने दावा किया था कि, “एयर स्ट्राइक में जैश के आतंकी, उनके ट्रेनर, सीनियर कमांडर और आत्मघाती हमलों के लिए तैयार किए जा रहे जिहादी समूह के काफी संख्या में लोग मारे गए हैं।”
दरअसल, विदेश मामलों की संसदीय समिति ने शुक्रवार को केंद्र सरकार से बालाकोट में भारतीय एयर स्ट्राइक का ब्यौरा मांगा था। समिति ने कहा था कि सरकार अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी शिविर पर एयर स्ट्राइक से हुए नुकसान का सबूत दे ताकि भारत द्वारा किए गए एयर स्ट्राइक में मरने वाले आतंकियों को लेकर अंतरराष्ट्रीय मीडिया में संदेह की स्थिति खत्म हो सके।
ग़ौरतलब है कि एयर स्ट्राइक को लेकर किए गए विजय गोखले के दावों के बाद भारतीय मीडिया ने बालाकोट हमले में मारे गए लोगों की संख्या बढ़ा-चढ़ाकर बता दी थी। यह संख्या 300 से 650 के बीच थी। चैनलों ने तो मरने वाले आतंकियों के नाम और रिश्ते तक बता डाले थे।
हालांकि पाकिस्तान सहित अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भी
भारतीय मीडिया के इन दावों को ग़लत बताया था। बीबीसी, रॉयटर, न्यूयॉर्क टाइम्स, द गार्डियन और अल जज़ीरा जैसे बड़े मीडिया संस्थानों ने भी यही खबरें दीं कि इस हमले में सिर्फ एक व्यक्ति घायल हुआ।