2019 लोकसभा चुनाव करीब आ चुका है इस दौरान सियासी पार्टियों के उठक पटक शुरू हो चुका है। जहां कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में छोटे दलों को एक साथ करके एक नया गठबंधन बना रही है उधर दूसरी तरफ सपा-बसपा अपने प्रत्याशियों को मजबूत करने में जुट गईं है ।
बसपा सुप्रीमो मायावती व सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश के बाद सपा और बसपा ने पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश व उत्तराखंड में भी गठबंधन कर लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। मध्य प्रदेश में सपा तीन सीटों पर जबकि बसपा 26 सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी।
वहीं, उत्तराखंड में सपा के खाते में एक सीट आई है। जबकि चार सीट पर बसपा अपने प्रत्याशी उतारेगी। दोनों ही दलों ने इन राज्यों में लोकसभा चुनाव के लिए बनने वाले गठबंधन में कांग्रेस को दूर रखा है।
मध्यप्रदेश में बालाघाट, टीकमगढ़ और खुजराहो लोकसभा सीट से सपा के प्रत्याशी मैदान में रहेंगे। वहीं, उत्तराखंड में गढ़वाल (पौड़ी) सपा के खाते में आई है।
कांग्रेस से फिर दूरी
उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा 37-38 सीटों पर गठबंधन कर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। इस गठबंधन में कांग्रेस को जगह नहीं दी गई है। हालांकि अमेठी और रायबरेली की सीट पर गठबंधन अपना कोई प्रत्याशी खड़ा नहीं करेगा।
बता दें कि 2014 लोकसभा में यूपी में जिस लोकसभा सीट पर सपा के प्रत्याशी मज़बूत थे वहां सपा और जहाँ बसपा मज़बूत थी वहां बसपा ने अपने प्रत्याशी उतारा है।
इसी तरह कांग्रेस पार्टी ने यूपी में मज़बूत करने के लिए प्रियंका गांधी और सिंधिया जैसे दिग्गज नेता को यूपी में उतार दिया है।