भारत इस साल 30 मई से शुरू हो रहे क्रिकेट विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैदान पर उतरेगा या नहीं, ये कहना मुश्किल है. लेकिन पूर्व क्रिकेटरों और खेल जगत के पंडितों ने अपनी राय लगातार इस मुद्दे पर देते जा रहे है.
पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर और महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का मानाना है कि भारत को पाकिस्तान के साथ विश्व कप में खेलना चाहिए, वहीं दादा के नाम से मशहूर सौरभ गांगुली, पूर्व दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह और युजवेंद्र चहल जैसे खिलाड़ियों ने पाकिस्तान के बहिष्कार की मांग की है.
जबकि प्रशासकों की समिति (सीओए) ने भी यह फैसला अब सरकार पर छोड़ दिया है. इससे पहले पूूर्व विश्वकप विजेता कप्तान कपिल देव ने कहा कि इस मामले में सरकार का फैसला ही अंतिम होगा. उन्होंने जोड़ा, ” ये फैसला सरकार करेगी. अपने विचार रखने से बेहतर होगा हम ये फैसला सरकार पर छोड़ दें.”
वहीं आज भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी इस मुद्दे पर अपना मत स्पष्ट किया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में बीसीसीआई जो भी फैसला करेगी, हम उसके साथ खड़े हैं.

सीओए प्रमुख विनोद राय ने कहा, ‘‘सोलह जून तक की तारीख अभी बहुत दूर है. हम बाद में इस पर सरकार की सलाह के बाद फैसला करेंगे. ’’
राय ने बताया कि इस मामले में खिलाड़ियों से राय नहीं ली गई है. राय ने कहा, ‘‘आईसीसी को ईमेल में हमने इस आंतकी हमले के बारे में अपनी चिंतायें व्यक्त कर दी हैं. हम उन्हें खिलाड़ियों और मैच अधिकारियों की सुरक्षा के बारे में बतायेंगे कि इसकी उचित व्यवस्था होनी चाहिए.’’
इस मुद्दे पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि “भारतीय टीम ने विश्व कप में हमेशा पाकिस्तान के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है. अब फिर एक बार से उन्हें धूूल चटाने का समय है. मैं निजी तौर पर उन्हें दो अंक देना पसंद नहीं करूंगा क्योंकि इससे टूर्नामेंट में उन्हें मदद मिलेगी.’’

वहीं, हरभजन सिंह और युजवेंद्र चहल जैसे खिलाड़ियों ने जहां पाकिस्तान के पूर्ण बहिष्कार की मांग की है, वहीं गावस्कर ने गुरुवार को कहा था कि अगर भारत अगर 16 जून को पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलने का फैसला करता है तो यह उसकी हार होगी.
विश्व कप ब्रिटेन में 30 मई से शुरू हो रहा है. भारत और पाकिस्तान के बीच वर्ल्ड कप का पहला मैच 16 जून को खेला जाएगा.