समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ में रोके जाने के विरोध में इलाहाबाद में प्रदर्शन कर रहे सपाइयों पर योगी की पुलिस ने लाठीचार्ज शुरु कर दिया है। पुलिस की कार्रवाई में सपा सांसद धर्मेंद्र यादव और पार्टी प्रवक्ता रिचा सिंह को चोटें आई हैं। जानकारी के मुताबिक, अखिलेश यादव को मंगलवार की सुबह लखनऊ के एयरपोर्ट पर रोके जाने के बाद इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं ने योगी सरकार के ख़िलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया।

छात्रों के इस प्रदर्शन का नेतृत्व बदायूं से सांसद धर्मेंद्र यादव और सपा की प्रवक्ता रिचा सिंह ने किया। प्रदर्शन के दौरान जब छात्र-छात्राओं ने सूबे की योगी सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी शुरु की तो पुलिस ने उनपर लाठिया बरसानी शुरु कर दी। पुलिस की इस कार्रवाई में धर्मेंद्र यादव के सिर पर चोट आयी तो पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रिचा सिंह भी बुरी तरह घायल हो गईं। बताया जा रहा है रिचा सिंह को पुलिस ने इतनी बेरहमी से पीटा कि वह मौके पर ही बेहोश हो गईं। वहीं धर्मेंद्र यादव के सिर पर लाठी लगने से वह लहूलुहान हो गए।

पुलिस की इस बर्बरता का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यूज़र्स इस वीडियो को शेयर कर योगी सरकार की जमकर आलोचना कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने यूपी पुलिस की इस कार्रवाई को भयावाह बताया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “यह भयानक है! यूपी पुलिस पहले एक जनसभा को संबोधित करने लखनऊ से इलाहाबाद जा रहे अखिलेश यादव को फ्लाइट में सवार होने से रोकती है”। उन्होंने लिखा, “इसके बाद इलाहाबाद में इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रही एक बेहतरीन युवा नेता रिचा सिंह पर हमला होता है, जिससे वह बेहोश हो जाती हैं। आदित्यनाथ को इसका भुगतान करना होगा”। बता दें कि अखिलेश यादव को मंगलवार को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ एनुअल फंक्शन में बतौर मुख्य अतिथि बुलाया गया था।

यहां उन्हें एक कार्यक्रम को संबोधित करना था। लेकिन RSS के छात्र संगठन ABVP के विरोध के चलते अखिलेश को यूनिवर्सिटी नहीं आने दिया गया। सूबे की योगी सरकार ने उन्हें लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर ही रोक दिया।