बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने हाल ही में सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर अपना अकाउंट बना लिया है। आपको बता दें कि इससे पहले मायावती ने हमेशा सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखी है। लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 से पहले मायावती का सोशल मीडिया पर दस्तक देना की चर्चाओं को जन्म दे चुका है। हर तरफ से यही सवाल उठ रहा है कि अचानक मायावती के कुछ पर आने की वजह क्या हो सकती है। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि बसपायह मानती थी कि उनके वोटरों में से ज्यादातर लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करते हैं। लेकिन हाल ही के वक्त में जिस तरह से हर तबके के लोगों ने सोशल मीडिया पर जगह बनाई है।

उससे यह साफ हो गया है कि सोशल मीडिया के जरिए चुनाव प्रचार करना बहुत ही सरल और सुरक्षित तरीका है। बीते चुनावों में भी बसपा ने सोशल मीडिया के जरिए खूब प्रचार किया था। लेकिन इसे आधिकारिक तौर पर स्वीकार नहीं किया मायावती के भतीजे आकाश ने राजनीति में एंट्री कर ली है।
माना जा रहा है कि आकाश के कहने पर ही बसपा सुप्रीमो मायावती ट्विटर पर आई हैं क्योंकि आकाश लंदन में पढ़ें हैं और सोशल मीडिया की काफी अच्छी समझ रखते हैं और वह इसकी अहमियत बखूबी पता है।

आपको बता दें कि मायावती के ट्विटर अकाउंट को ब्लू टिक मिल चुका है और ब्लू टिक लगने के बाद एक ही दिन में मायावती के फॉलोअर्स में लगातार इजाफा हो रहा है। अब तक उनके फॉलोअर्स 50 हजार का आंकड़ा पार कर चुके हैं। आपको बता दें कि मायावती का यह अकाउंट अक्टूबर 2018 में ही बनाया गया था, मगर जनवरी तक इस पर कोई ट्वीट नहीं था।
22 जनवरी को उन्होंने पहला ट्वीट किया- ‘नमस्कार भाइयो-बहनों, पूरे सम्मान के साथ मैं आप सबके समक्ष ट्विटर पर कदम रख रही हूं. यह मेरा पहला ट्वीट है. @sushrimayawati मेरा आधिकारिक अकाउंट है और यहीं से मैं भविष्य में आप सबसे संपर्क करूंगी. धन्यवाद.’ बताया जा रहा है कि भतीजे आकाश के साथ साथ मायावती ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के कहने पर भी ट्विटर पर आने का फैसला किया है।