भारत में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले जिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सीबीआई के बीच जो घमासान मचा हुआ है उसने सियासी रुख अपना लिया है पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी बनाम सीबीआई विवाद को लेकर धरने पर बैठी ममता बनर्जी को सुप्रीम कोर्ट की तरफ से राहत मिलने की खबर सामने आई है आपको बता दें कि ममता बनर्जी सरकार और सीबीआई के बीच चल रहे इस घमासान में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई की अर्जी पर सुनवाई की है चीफ जस्टिस रंजन गोगोई जस्टिस दीपक गुप्ता और जस्टिस संजीव खन्ना की बेंच में सुनवाई करते हुए कहा है कि पश्चिम बंगाल के पुलिस कमिश्नर की गिरफ्तारी नहीं की जाएगी हालांकि उन्होंने पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को सीबीआई के सामने पेश होने के आदेश भी जारी किए हैं।

खबर के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट में केंद्र द्वारा लगाए गए आरोपों पर सुनवाई करते हुए 3 जजों की बेंच ने केंद्र सरकार के आरोपों को खारिज कर दिया है और पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार की गिरफ्तारी करने से इनकार किया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि आप सी जगह पर सहमति बनाई जाए। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर ममता ने कहा कि “यह मेरी जीत नहीं है, यह संविधान की जीत है। यह भारत की जीत है। हमारा आंदोलन लोगों का आंदोलन है। मैंने बहुत समय तक अन्याय को पचाया, मेरा दिल अन्याय पर रो रहा था। आज लोकतंत्र की जीत है, भारत की जीत है, लोगों की जीत है। कांग्रेस समेत संपूर्ण विपक्ष ने भी उनका समर्थन किया है। सोमवार शाम राजद नेता तेजस्वी यादव, डीएमके नेता कनिमोई और सपा नेता किरणमय नंदा ने धरनास्थल पर पहुंचकर ममता को समर्थन दिया।

ममता बनर्जी
साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने अदालत की अवमानना के मामले में कोलकाता पुलिस कमिश्ननर, राज्य के डीजीपी और पश्चिम बंगाल सरकार को नोटिस जारी किया। वहीं, कोर्ट ने मामले में अगली सुनवाई की तारीख 20 फरवरी तय की है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार शिलॉन्ग में सीबीआई के सामने पेश होंगे। सुप्रीम कोर्ट में दी अर्जी में सीबीआई ने कहा है कि सारदा चिटफंड घोटाले में वह कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार से पूछताछ करना चाहती है।