देश के 70 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली में राजपथ पर कड़ी सुरक्षा के बीच हमेशा की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुख्य अतिथि की अगवानी की। इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा पहुंचे थे। आपको बता दें कि राजपथ पहुंचने से पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और तीनों सेना के प्रमुखों के साथ अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। जिसके बाद ध्वजारोहण के दौरान बैंड ने राष्ट्रगान बजाया और 21 तोपों की सलामी दी गई। आपको बता दें कि 26 जनवरी के दिन दिल्ली में मौसम काफी सर्द था। लेकिन परेड देखने पहुंचे लोगों में उत्साह की कोई कमी नजर नहीं आई। इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित मोदी कैबिनेट के ज्यादातर मंत्री और देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के साथ पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के कई वरिष्ठ नेता समेत दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूद थी। आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पहली पंक्ति में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के बगल में बैठे नजर आए।

इस दौरान इन दोनों नेताओं ने काफी देर तक गुफ्तगू की और सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीर काफी वायरल हो रही है। तस्वीर में दोनों नेता बैठे हुए बातें करते नजर आ रहे हैं। आपको बता दें कि सोशल मीडिया यूजर द्वारा यह तस्वीर काफी शेयर की जा रही है कुछ यूजर्स ने इस तस्वीर को फोटो ऑफ द डे ही बताया है।एक सोशल मीडिया यूज़र ने लिखा है कि ये है वो तस्वीर जिससे मोदी जी की घबराहट सातवे आसमान पर रहती है – वरना वो न तो राहुल को तरजीह देते और न ही गडकरी को। गौरतलब है कि नितिन गडकरी ने पिछले दिनों पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी की तारीफ थी। गडकरी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तारीफ़ करते हुए कहा था कि उन्हें अपनी क्षमता साबित करने के लिए किसी तरह के आरक्षण की जरूरत नहीं पड़ी और उन्होंने कांग्रेस के अपने समय के पुरुष नेताओं से बेहतर आगे बढ़ाया था।

आपको बता दें कि बीजेपी नेता नितिन गडकरी बार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बीच हुई बातचीत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष काफी चिंता में डूब गए हैं। गौरतलब है कि आजकल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बीजेपी के खिलाफ खुलकर बयान बाजी कर रहे हैं। माना जा रहा है कि नितिन गडकरी यह संकेत दे रहे हैं कि वह जरूरत पड़ने पर पार्टी को छोड़ सकते हैं या फिर उनकी नजर प्रधानमंत्री की कुर्सी पर है।