भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में विपक्षी पार्टियों के साथ साथ आम जनता की राय भी कुछ ख़ास अच्छी नहीं है। गौरतलब है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जिनका सोशल मीडिया पर भी जमकर मजाक और चुका है और ऐसा उनकी खुद की हरकतों के कारण ही हुआ है। क्योंकि अक्सर पीएम मोदी ऐसे उलटे पुल्टे बयान देते नजर आते हैं जोकि किसी प्रतिष्ठित नेता को शोभा नहीं देते।
इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव में केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ सभी राजनीतिक दलों ने हल्ला बोल दिया है। गौरतलब है कि कई राजनीतिक दल बीजेपी को केंद्र से हटाने के लिए गठबंधन कर रहे हैं। वहीं कई राजनीतिक दल अपने बलबूते पर ही लड़ रहे हैं लेकिन इस सभी राजनीतिक दलों का मकसद सिर्फ एक है, मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ लड़ना।

नरेंद्र मोदी
इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी ने कहा है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सातों सीटें हासिल कर वह मोदी और शाह की तानाशाही को खत्म करेंगे। आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह आरोप लगाया है कि अगर बीजेपी जीतेगी तो वह चुनाव खत्म करने का षडयंत्र करेगी। जिसका जवाब में बीजेपी ने कहा है कि मुख्यमंत्री तो रहने दे संविधान की जरा भी जानकारी रखने वाला कोई भी व्यक्ति ऐसे बयान नहीं दे सकता।

आपको बता दें कि सीएम केजरीवाल ने उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि भाजपा का शासन उसी तरह का है, जैसा कि हिटलर के समय था। ‘‘यह भाजपा की योजना का हिस्सा है। जर्मनी में जैसा हिटलर ने किया भाजपा भी संविधान को बदलने की योजना बना रही है और चुनाव कराने की प्रणाली को भी खत्म कर देगी। गौरतलब है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने हाल में एक रैली में कहा था कि अगर भाजपा 2019 में जीतेगी तो वे 50 साल तक सत्ता में रहेंगे ।