अयोध्या में राम मंदिर और बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बीते साल सुनवाई टाल कर सियासी गलियारों में हड़कंप मचा दिया था। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का हिंदूवादी संगठनों और बीजेपी द्वारा काफी विरोध भी किया गया था।
अब खबर सामने आ रही है कि 10 जनवरी को राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करने वाला है और उसी दिन सुनवाई की रूपरेखा भी तय की जाएगी जो कि भविष्य में होने वाली है। इस बेंच में कौन से तीन जज सुनवाई करेंगे अभी तक इस पर कोई जानकारी हासिल नहीं हो पाई है।
4 जनवरी को राम मंदिर मामले में सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई और जस्टिस संजय किशन कौल की बेंच ने अपना फैसला सुना दिया है। आपको बता दें कि राम मंदिर मामले में एक नई याचिका दायर की गई थी।

राम मंदिर को लेकर एक और नई याचिका दायर की गई थी आइटम नंबर 18 के तौर पर। इसमें हरिनाथ नाम के शख्स (मूल पक्षकार नहीं) ने तय समय सीमा में सुनवाई की मांग की थी। कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया. हालांकि CJI ने कहा- 10 तारीख को जो बेंच बैठेगी, वही मामले पर कोई आदेश देगी।

आपको बता दें कि बीते 8 साल से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का फैसला लंबित चल रहा है। और इस मामले में देरी होता देख हिंदूवादी संगठन आरएसएस विश्व हिंदू परिषद के साथ साथ शिव सेना के साथ साथ संत समाज भी मोदी सरकार से संसद में अध्यादेश लाने की मांग कर रहे हैं।
आपको बता दें कि हाल ही में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने यह साफ कर दिया है कि इस मामले में संसद में किसी भी तरह का अध्यादेश नहीं लाया जाएगा। राम मंदिर निर्माण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है और हम कोर्ट के फैसले का इंतजार करेंगे। गौरतलब है कि इससे पहले पिछले साल 29 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जल्द सुनवाई से इनकार कर दिया था।