केरल के सबरीमाला मंदिर में दो महिलाओं के प्रवेश करने से नाराज़ बीजेपी समेत कई हिंदुत्ववादी संगठन उ!ग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन में एक शख्स की मौत हो गई है और कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
बुधवार को कनकदुर्गा और बिंदू ने दावा किया कि वे अयप्पा के दर्शन करने में सफल रहीं। इस ख़बर के बाद बीजेपी सहित कई हिंदुत्ववादी संगठन भड़क उठे और सड़कों पर उतरकर उग्र प्रदर्शन करने लगे।
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने इस दौरान सरकारी संपत्ति को भारी नुकसान पहंचाया। राज्य परिवहन की तकरीबन 80 बसों के साथ तोड़फोड़ की गई। जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उ!ग्र भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया। जिसमें 39 पुलिसकर्मी घायल हो गए।

सबरीमाला मंदिर में जाने वाली महिलायें
इसके साथ ही बीजेपी के नेतृत्व में हो रहे इस प्रदर्शन में 55 वर्षीय चंदन उन्नीथन की मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हिंसा के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
इस हिंसा पर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बयान जारी करते हुए कहा, ‘यह सरकार की जिम्मेदारी है कि महिलाओं को सुरक्षा प्रदान की जाए। सरकार ने यह संवैधानिक जिम्मेदारी पूरी की है। संघ परिवार सबरीमाला को यु!द्ध स्थल बनाने में तुला है।’
बता दें कि पिछले साल सिंतबर महीने में सुप्रीम कोर्ट ने सबरीमाला मंदिर में 10 से 50 साल की महिलाओं के प्रवेश पर लगे बैन को खत्म कर दिया था। लेकिन बीजेपी सहित कई हिं!दुत्ववादी संगठनों ने कोर्ट के इस आदेश को मानने से इनकार कर दिया था और मंदिर में महिलाओं के प्रवेश का विरोध करते रहे।

दिलचस्प बात तो यह है कि इस विरोध प्रदर्शन में बीजेपी भी भूमिका भी अहम रही। यह वही बीजेपी है जो सदन में महिलाओं के अधिकार की दुहाई देते हुए तीन तलाक बिल को पारित कराने के लिए जद्दोजहद कर रही है। लेकिन जब बात हिंदू महिलाओं के अधिकार की आती है तो बीजेपी आस्था को अपनी ढ़ाल बना लेती है।