उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में हुई हिं#सा के मुख्य आरोपी निषाद पार्टी के नेता अर्जुन कश्यप ने इस मामले में उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
गौरतलब है कि आजकल योगी सरकार एक के बाद एक विवाद में बढ़ती जा रही है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने राजस्थान के अलवर में हिंदू देवता हनुमान को दलित बताकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया था। जिससे विपक्षी पार्टियों द्वारा काफी भुनाया भी जा रहा है।
अब गाजीपुर हिंसा मामले में भी योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। दरअसल मुख्य आरोपी निषाद पार्टी के नेता अर्जुन कश्यप का कहना है कि इस वक्त उत्तर प्रदेश की सत्ता में बीजेपी है और वही इस हादसे की असली जिम्मेदार है। क्योंकि लोग बीजेपी के कार्यकर्ता मुख्य आरोपी हैं।
इसके आगे उन्होंने कहा है कि हो सकता है कि बाद में हमारे लोगों ने भी किया हो लेकिन पुलिसकर्मियों पर पत्थर हमारी तरफ से नहीं फेंके गए थे। इसके साथ उन्होंने कहा है कि अगर कानून मुझे आरोपी मानता है तो मैं अपना समर्पण कर दूंगा।
इसके साथ ही अर्जुन कश्यप ने योगी सरकार को धमकी देते हुए कहा है कि अगर लोकसभा चुनावों से पहले निशानों को आरक्षण नहीं दिया गया तो वह उनके खिलाफ लगातार प्रदर्शन जारी रखेंगे।

उन्होंने बताया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निषाद समुदाय की मांगे पूरी करने का वादा किया था। लेकिन अभी तक उन्होंने इस संदर्भ में कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं।
लोकसभा या राज्यसभा में हमारी मांगे उठाने वाला कोई नहीं है। इसलिए जब तक हमें हमारे अधिकार नहीं मिलते। तब तक हम विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे और इसके साथ ही उन्होंने यह भी कह दिया है कि अगर उन्हें अपने अधिकार नहीं मिले तो वह अपनी सरकार बना लेंगे।

बता दें कि बीते शनिवार को पीएम मोदी की रैली से लौट रहे पुलिसकर्मियों पर गाजीपुर के ननोहारा में कुछ उप#द्रवियों ने पथराव किया था।
इस पथराव की चपेट में आने से गाजीपुर के करीमुद्दीनपुर थाने में तैनात कांस्टेबल सुरेश वत्स की मौ#त हो गई थी। इस हिंसा के खिलाफ पुलिस ने 32 नामजद और 60 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज किया है।