देश में बढ़ रहे चुनावी माहौल के चलते भारतीय जनता पार्टी अजीबोगरीब से फरमान जारी कर रही है। धर्म की राजनीति के लिए जानी जाती पार्टी एक बार फिर से देश का सांप्रदायिक सौहार्द खराब करने पर तुली हुई है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के नोएडा में सार्वजनिक स्थलों पर नमाज अदा करने पर रोक लगाई गई है। बीते दिनों यूपी पुलिस द्वारा यह आदेश जारी किया गया था कि अगर किसी भी पार के सार्वजनिक स्थल पर नमाज अदा की गई तो इसके लिए वहां की निजी कंपनियां को जुर्माना लगाया जाएगा।
उत्तर प्रदेश पुलिस की इस हरकत पर राज्य में सत्तारूढ़ योगी सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की है। जिसकी विपक्षी दलों द्वारा काफी आलोचना की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने यूपी पुलिस के इस आदेश पर नाराजगी व्यक्त की है इसके साथ ही उन्होंने योगी सरकार से यह सवाल किया है कि जब पार्क में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाएं लग सकती हैं तो यहां पर नमाज अदा क्यों नहीं की जा सकती।

एक स्थानीय यूट्यूब चैनल से बातचीत करते हुए मार्कंडेय काटजू ने कहा है कि हमारे संविधान में ऑल सिटीजंस हैव राइट टो पीसफुली सैंपल विदाउट आर्म्स एक्ट है तो यह उस धारा का घोर उल्लंघन है। क्योंकि मैंने अक्सर आर एस एस की शाखाएं पार्क्स में होती हुई देखी हैं। उस पर तो कभी कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाता ना ही उन्हें किसी तरह की परमिशन लेनी पड़ती है और शुक्रवार को नमाज को नमाज 45 मिनट या एक घंटे की होती है। उसमें क्या ऐतराज है कि कोई नमाज अगर पढ़ ले तो किसी का सर काट लिया।

इसके साथ ही पूर्व जस्टिस काटजू कुछ और मुद्दों पर भी भड़कते हुए नजर आ रहे हैं। वह सरकार के शासन पर उंगली उठाते हुए कहते हैं कि वह 6 महीने अमेरिका में रहकर आए हैं और वहां लोग हिंदुस्तान का मजाक उड़ाते हैं।