हजरत अली की विरासत से शायद ही कोई होगा, जो वाकिफ नहीं होगा. एक हदीस के मुताबिक़, नबी ने फरमाया है कि वह इल्म के शहर और हज़रात उनका दरवाज़े हैं. यही वजह है कि सदियों से लोगों ने इल्म के इस दरवाज़े से फायदा उठाया है और अपनी परेशानियों और ज़रूरतों से पार पाया है. हजरत अली की ज़िन्दगी से ऐसे कई वाकते मंसूब किये जाते हैं और ऐसे कई फरमान बयान किये जाते हैं.
एक बार जुड़ा किस्सा आज हम आपको बताने जा रहे हैं. एक बार हुआ यूँ कि हज़रात अली मस्जिद की तरफ तशरीफ़ ले जा रहे थे कि इस बीच उनके पास एक शख्स आया और कहा है कि ए अमीरों मोमीन, मुझे भूलने की आदत हो गया है. मैं कोई भी बात याद नहीं रख पाटा हूँ और उन्हें भूल जाता हूँ. मेरा दिमाग तेज़ नहीं है. यहाँ तक कि मुझे कुरान शरीफ भी याद करने में दिक्कत होती है.
उस शख्स ने हज़रात अली से कहा है कि आप कुछ ऐसा अमल बताए जिससे के मेरी यह दिक्कत दूर हो जाए तो मेरी भूलने की आदत चली जाए ताकि मैं हर बात याद कर सकूं. उस शख्स की बात सुनकर हज़रात अली ने फ़रमाया कि याद रखना, तुम जो भी रिज्के हालाक खाओं उर पर एक मर्तबा या अलीमों और एक मर्तबा अल्ल्लाह के नाम पर दमकर उसके बाद खाओं.
इसके अलावा हज़रात अली नो जो फरमाया, वह नीचे दिए गए वीडियो में मौजूद है. उसे पढ़कर आप फायदा ले सकते हैं. फिलहाल सोशल मीडिया पर यह वीडियों काफी वायरल हो रहा हैं. यूजर्स इसे खूब पसंद कर रहे हैं. यह वीडियो मेरा दीन इस्लाम नाम के चैनल पर अपलोड किया गया है . इस वीडियो को अब तक करीब चौदह हज़ार लोगों ने पसंद किया है. आप भी देखें यह वीडियो और दुसरे मुसलमान भाई तक भी पहुंचाएं.