अमित शाह के बेटे जय शाह के बाद अब पीयूष गोयल की पत्नी की कंपनी का भी नया विकास मॉडल सामने आया है। सीमा गोयल की कंपनी ने सिर्फ एक लाख रुपये के निवेश महज़ 10 साल में 30 करोड़ रूपये कमा लिए। इस कंपनी का संबंध पीयूष गोयल से जुड़ी उस कंपनी से भी है जिसका कर्ज़ 2015 में माफ़ कर दिया गया था। कांग्रेस ने इस मामले में सबूत पेश करते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल की तुरंत बर्खास्तगी की मांग की है।
मंगलवार को कांग्रेस ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इस मामले की सुप्रीम कोर्ट द्वारा न्यायिक जांच होनी चाहिए कि उनकी पत्नी की कंपनी ‘इंटरकॉन एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड’ ने 10 साल पहले मात्र एक लाख रुपये के निवेश के बाद 30 करोड़ रुपए का लाभ कैसे अर्जित कर लिया। कंपनी के कुल 10,000 शेयरों में हर शेयर की कीमत 30,000 रुपए कैसे हो गई? गौरतलब है कि ‘इंटरकॉन एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड’ वही कंपनी है जिसे शिरडी इंडस्ट्रीज़ की सहायक कंपनी ने 1.59 करोड़ रुपये का असुरक्षित कर्ज़ दिया था।
पीयूष गोयल 2010 तक शिरडी इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन थे। ‘इंटरकॉन एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड’ को ये कर्ज़ 2014 के बाद मिला था जिसके बाद 2015 में शिरडी इंडस्ट्रीज़ का बैंकों से लिया 650 करोड़ के लोन का 65% माफ़ हो गया था। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईमानदारी की बात तो करते हैं। लेकिन गोयल के परिवार के निवेश मामलों पर चुप है।
कांग्रेस ने कहा, “इन आंकड़ों से तो यह अर्थव्यवस्था के हालिया इतिहास में सबसे ज्यादा लाभ अर्जित करने वाली कंपनी बन गई है।” कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि, “सच्चाई यह है कि पीयूष गोयल ने अपने पद का गलत इस्तेमाल किया है और उन्हें केंद्रीय मंत्री के पद से तत्काल हटा देना चाहिए।”