हरियाणा के नूंह में सोमवार को हुई हिंसा के बाद कई जिलों में बुधवार को हिंसा की खबरें आती रही। जिससे तनावपूर्ण बने हुए हैं। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि बुधवार रात करीब साढ़े 11 बजे हुई इन घटनाओं में कोई हताहत नहीं हुआ है। जिन मस्जिदों पर ये हमले हुए, उनमें से एक विजय चौक के निकट और दूसरी पुलिस थाने के पास स्थित है।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने मेवात-नूंह में सोमवार को हुई हिंसा को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया को जिम्मेदार ठहराया। इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने सोशल मीडिया पर 21 जुलाई से 31 जुलाई तक हुईं गतिविधियों की जांच करने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।
विज ने बताया कि केंद्र से सुरक्षा बलों की 20 और हरियाणा की 30 कंपनियां मंगवाई गई हैं और एयरफोर्स को भी स्टैंडबाई रखा गया है, ताकि यदि एयर लिफ्ट की जरूरत हुई तो हम तैयार रहें। विज ने राजनीतिक पार्टियों को भी सलाह देते हुए कहा कि यह राजनीति करने का समय नहीं है, यह शांति बहाल करने का समय है और जो राजनीतिक पार्टियां बोल रही हैं वह अपने-अपने रिसोर्स से शांति बहाल करें।
गृहमंत्री अनिल विज ने एक टीवी चैनल को दिए बयान में कहा कि नूंह हिंसा में मोनू मानेसर का कोई रोल नहीं है। हर साल यात्रा निकलती थी, पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस मामले में कोई मास्टरमाइंड जरूर है।
उन्होंने आगे ये भी कि कहा कि ये यात्रा हर साल आयोजित की जाती थी। ये एक स्थानीय कार्यक्रम है। हर साल जितनी पुलिस फोर्स लगाई जाती थी इस बार भी लगाई गई। लेकिन हिंसा हद से ज़्यादा बढ़ गई। सोशल मीडिया पर चल रही बातों पर विज ने कहा कि सबको अपनी बात कहने का अधिकार है. लेकिन सब शांति व्यवस्था को बनाए रखें। कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ नहीं करें।