अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में अभी काफी समय है लेकिन सभी दल अपनी अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। जहां केंद्र की सत्ता में बैठी नरेंद्र मोदी सरकार एक बार फिर दिल्ली की गद्दी पर बैठने का पूरा जोर लगा रही है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष एकजुट होकर बीजेपी को हराने का पूरा समीकरण तैयार करने में जुटे हैं। विपक्ष के पुराने गठबंधन UPA का नाम बदलकर इंडिया रखा गया है, जिस पर आए दिन बयानबाजी जारी है।
उत्तराखंड से भाजपा के राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने मांग की है कि संविधान से इंडिया शब्द को हटा दिया जाए। उनका दावा है कि यह एक औपनिवेशिक थोपा गया शब्द था जिसने वास्तविक नाम ‘भारत’ की जगह ले ली। बीजेपी सांसद ने कहा कि इंडिया नाम गुलामी का प्रतीक है जो हमारे देश में अभी भी है और इसे तुरंत हटा देना चाहिए।
बंसल ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों और बलिदानियों की मेहनत के कारण 1947 में देश आजाद हुआ और 1950 में संविधान में लिखा गया, इंडिया दैट इज भारत (इंडिया जो कि भारत है)। उन्होंने कहा कि देश का नाम सदियों से भारत ही रहा है और इसी नाम से उसे पुकारा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत का अंग्रजी नाम इंडिया शब्द अंग्रेजों की गुलामी का प्रतीक है।
उन्होंने मांग की कि संविधान के अनुच्छेद एक में संशोधन कर ‘इंडिया दैट इज’ हटाया जाए और इस पुण्य पावन धरा का नाम भारत रखा जाए। उन्होंने कहा कि भारत माता को (इंडिया) नाम रूपी इस दासता की बेड़ी से मुक्त किया जाए। बीजेपी सांसद ने यह मांग ऐसे समय में की है जब विपक्षी दलों ने एकजुट होते हुए अपने गठबंधन का नाम ‘इंडिया’ रखा है।