मणिपुर में जारी हिंसा के बाद जगह जगह हो रहे बवाल थमने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार को एक बार फिर केंद्रीय मंत्री आरके रंजन सिंह के इंफाल आवास के बाहर उग्र महिलाओं की एक रैली ने पत्थराबाजी की। प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि राज्य की स्थिति को लेकर मंत्री संसद में कुछ बोलें।
पीटीआई ने बताया कि हमले के वक्त घर पर कोई मौजूद नहीं था, इसलिए ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि घर पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर कर दिया, जिन्होंने इंटरनेट सेवाओं की बहाली की भी मांग की। प्रदर्शनकारियों में से एक ने पीटीआई को बताया कि हम मांग करते हैं कि मंत्री राज्य की स्थिति के बारे में संसद में बोलें। हम इंटरनेट सेवाएं वापस चाहते हैं। हम लोगों को बताना चाहते हैं कि हमारे साथ क्या हो रहा है।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने 3 मई को पहली बार मणिपुर भर में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया, जब जातीय समुदायों के बीच झड़पें शुरू हुईं, उन्होंने कहा कि इसे समय-समय पर “शांति और सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए” बढ़ाया जा रहा है।
बता दें कि मणिपुर में तीन मई से भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से अधिक लोगों की मौत हुई है। पीटीआई के अनुसार, राज्य में हालात पर नजर रखने वाली विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों का कहना है कि हिंसा को बड़े पैमाने पर अफवाहों और फर्जी खबरों के कारण बढ़ावा मिला।