पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव का मतदान भारी हिंसा के बीच जारी है। पूरे राज्य भर से जगह-जगह हिंसा, आगजनी, पथराव की खबरें आ रही हैं। राज्य में शनिवार सुबह सात बजे पंचायत चुनाव शुरू होने के बाद से दोपहर तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है और मध्यरात्रि से चुनाव संबंधी कथित हिंसा में तीन अन्य लोगों की मौत हुई थी।
पंचायत चुनाव में हिंसा पर पश्चिम बंगाल के विपक्ष के नेता और भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम में कहा कि राज्यपाल ने राजीव सिन्हा (राज्य चुनाव आयुक्त) को नियुक्त करके सबसे बड़ी गलती की। दोपहर के 3 बजे हैं और 15 से अधिक लोग मारे गए हैं, उन्हें टीएमसी के गुंडों ने मार डाला। केंद्र को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए या तो अनुच्छेद 355 या 356, हम संविधान के संरक्षक से कार्रवाई चाहते हैं।
कांग्रेस नेता कौस्तव बागची ने कहा कि उन्होंने कलकत्ता हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को एक अभ्यावेदन देकर उस याचिका पर तत्काल सुनवाई का अनुरोध किया है। जिसमें पश्चिम बंगाल में शनिवार को हो रहे पंचायत चुनावों को हिंसा एवं हत्या की घटनाओं के कारण अमान्य घोषित करने का आग्रह किया गया है। शनिवार को तत्काल सुनवाई के लिए एक विशेष पीठ के गठन का अनुरोध करते हुए बागची ने कहा कि उन्होंने मुख्य न्यायाधीश को एक अभ्यावेदन दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि मारे गए लोगों में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के पांच सदस्य, भारतीय जनता पार्टी (BJP), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता और एक निर्दलीय उम्मीदवार का समर्थक शामिल है। हिंसक झड़पों में कई लोग घायल भी हुए हैं। इसके अलावा कम से कम दो मतदान केंद्रों पर मतपेटियों को नष्ट कर दिया गया।