देश में इस समय यूनियन सिविल कोड को लेकर काफी चर्चाएं हो रही हैं। इस बीच सरकार को इस पर आम आदमी पार्टी का समर्थन मिला है। आप नेता संदीप पाठक ने इसे लेकर समर्थन जताया है और साथ ही यह भी सलाह दी है कि सभी धर्मों, संप्रदायों और राजनीतिक दलों के साथ बड़े स्तर पर बैठक कर सहमति बनाई जानी चाहिए।
संदीप पाठक ने बुधवार को कहा, आर्टिकल 44 भी यह कहता है कि UCC होना चाहिए, लेकिन आम आदमी पार्टी का यह मानना है कि इस मुद्दे पर सभी धर्म और राजनीतिक दलों से बातचीत होनी चाहिए। सबकी सहमति के बाद ही इसे लागू किया जाना चाहिए।
पीएम मोदी के बयान के बाद समान नागरिक संहिता पर देश भर में बहस तेज हो गई है। मंगलवार, 27 जून को भोपाल में बीजेपी के बूथ कार्यकर्ताओं के एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा, हम देख रहे हैं कि यूनिफॉर्म सिविल कोड के नाम पर लोगों को भड़काने का काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि एक घर में एक सदस्य के लिए एक कानून हो और दूसरे के लिए दूसरा तो घर चल पायेगा क्या? तो ऐसी दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चल पाएगा।
केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र यादव ने पसमांदा (पिछड़े) मुसलमानों को साथ लाने के भाजपा के प्रयास की विपक्षी पार्टियों की आलोचना को लेकर कहा कि विपक्ष को इस बात के लिये शर्मिंदा होना चाहिए कि उसने समाज के शोषित और वंचित लोगों के लिए कुछ नहीं किया।
मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि, समान नागरिक संहिता मुसलमानों की धार्मिक आजदी छिनने की कोशिश है। मुसलमान ला कमीशन के सामने अपनी बात रखें। लॉ कमीशन पीएम मोदी के खिलाफ कैसे जाएगी।