पीएम नरेंद्र मोदी के यूनिफॉर्म सिविल कोड और तीन तलाक को लेकर दिए गए बयान के बाद राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने पीएम मोदी के बयान पर जोरदार हमला बोला है। कांग्रेस ने जहां मणिपुर का मुद्दा उठाया है तो वहीं ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा कि पीएम मोदी को अपनी सोच का सॉफ्टवेयर बदलना चाहिए।
ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी ने तीन तलाक, यूसीसी और पसमांदा मुसलमानों पर कमेंट किया है। लगता है कि वह ओबामा की नसीहत को ठीक से नहीं समझ पाएं हैं। ओवैसी ने कहा, प्रधानमंत्री भारत की विविधता और इसके बहुलवाद को एक समस्या मानते हैं। इसीलिए वह ऐसी बातें कहते हैं… वह आर्टिकल 29 को नहीं समझते। क्या आप यूसीसी के नाम पर देश की बहुलता और विविधता को छीन लेंगे?
ओवैसी ने अपने ट्वीट में लिखा कि नरेंद्र मोदी ने तीन तलाक, यूनिफॉर्म सिविल कोड और पसमांदा मुसलमानों पर कुछ टिप्पणी की है। लगता है मोदी जी ओबामा की नसीहत को ठीक से समझ नहीं पाए। इतना ही नहीं, ओवैसी ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि मोदी जी ये बताइए कि क्या आप हिन्दू अविभाजित परिवार को खत्म करेंगे? इसकी वजह से देश को हर साल 3 हजार 64 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।
उन्होंने कहा, आप डिफरेंट सेट ऑफ रूल की बात करते हैं तो यूनाइटेड हिंदू फैमिली को ही सिर्फ टैक्स क्यों दिया जा रहा है। क्या ये संविधान के राइट ऑफ इक्वालिटी के खिलाफ नहीं है। इस्लाम में शादी एक कॉंट्रेक्ट है हिंदू में जन्म-जन्म का साथ, यूनिफॉर्म सिविल कोड की नहीं, हिंदू सिविल कोड की बात है। भारत के मुसलमान को टारगेट करना मकसद है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, पाकिस्तान का हवाला देते हुए मोदी जी ने कहा है के वहां तीन तलाक पर रोक है। मोदी जी को पाकिस्तान के कानून से इतनी प्रेरणा क्यों मिल रही है? आपने तो यहां तीन तलाक के खिलाफ कानून भी बना दिया, लेकिन उसका जमीनी स्तर पर कुछ फर्क नहीं पड़ा। बल्कि महिलाओं पर शोषण और बढ़ गया है।