महाराष्ट्र में बीते दिनों मुगल शासक औरंगजेब के व्हाट्सऐप स्टेटस को लेकर बवाल मच रहा है। अहमदनगर से तनाव खिसकता हुआ अब कोल्हापुर पहुंच चुका है। यहां पर जमकर पत्थरबाजी हुई।
बताया जा रहा है कि कुछ लोगों ने कोल्हापुर में औरंगजेब और टीपू सुल्तान का स्टेटस अपने मोबाइल पर लगा रखा था, जिसके बाद कुछ हिंदू संगठन इसके विरोध प्रदर्शन के लिए एकत्रित हुए थे। हिंदू संगठनों ने आपत्तिजनक पोस्ट शेयर करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर आज कोल्हापुर बंद का आह्वान किया था। इसी दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई और पत्थरबाजी हुई।
पुलिस अधीक्षक राकेश ओला ने कहा, ‘रात के 12 बजे बोलना शुरू हुआ। पथराव की घटना का सामनापुर गांव में हुआ, जो संगमनेर से पांच किलोमीटर दूर है। प्रदर्शन से लौट रहे लोगों में कथित रूप से कुछ असमाजिक तत्वों ने कथित तौर पर पथराव किया और दो गंभीर को गंभीर कर दिया।’ यह विरोध प्रदर्शन और हंगामे के पोस्टरों के विरोध में किए जाने की बात सामने आई है।
वहीं एनसीपी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल ने कहा कि राज्य सरकार को कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के विधान परिषद सदस्य अंबादास दानवे ने आरोप लगाया कि सरकार ऐसी घटनाओं के सामने आने पर सख्त कार्रवाई के बड़े-बड़े दावे करती है लेकिन करती कुछ नहीं है।
इससे पहले सोमवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस तरह के कृत्यों को माफ नहीं किया जाएगा। फडणवीस ने कहा, अगर कोई औरंगजेब का पोस्टर लहराता है, तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस देश और राज्य में हमारे पूज्य देवता छत्रपति शिवाजी महाराज और छत्रपति संभाजी महाराज हैं। औरंगजेब के पोस्टर लहराने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।