जमीन के बदले नौकरी मामले में लालू प्रसाद यादव, पत्नी राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती को बड़ी राहत मिली है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में बुधवार को उनकी पेशी थी। कोर्ट ने उन्हें 50 हजार रुपये मुचलके पर जमानत दे दी है। ईडी ने लालू और उनके परिवार समेत 14 लोगों को समन भेजा था।
कोर्ट ने लैंड फॉर जॉब घोटाले में सीबीआई की चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए इन सभी को समन जारी कर पेश होने का आदेश दिया था। आरोप है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में लोगों को नौकरी देने के बदले उनकी जमीन ली गई थी। इस मामले में सीबीआई ने पिछले साल 18 मई को केस दर्ज किया था।
74 साल के हो चुके लालू इन दिनों बीमार रहते हैं। हाल में किडनी ट्रांसप्लांट भी हुआ था, लेकिन उम्र के इस पड़ाव पर अब भ्रष्टाचार के दाग सख्ती से चिपक गए हैं। आज वीलचेयर पर जब लालू प्रसाद यादव अपनी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा के साथ पेशी पर आए तो काफी गुमसुम लग रहे थे।
इसके पहले 6 मार्च को सीबीआई पटना स्थिति राबड़ी देवी के आवास पर पहुंची थी जहां उसने पूर्व सीएम से सवाल-जवाब किए थे। अगले ही दिन 7 मार्च को सीबीआई की टीम दिल्ली स्थित मीसा भारती के आवास पर पहुंची। यहां पर सीबीआई ने घोटाला मामले में लालू यादव से पूछताछ की थी।
इस मामले में JDU सांसद सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि लालू यादव को न्यायालय पर पूरा भरोसा है, यही वजह है कि परिवार के साथ कोर्ट पहुंचे। वह न्यायलय का सम्मान करते हैं। एजेंसी पक्षपात कर सकती है। अब तक बहुत लंबे चौड़े दावे किए गए हैं एजेंसी की तरफ से, वो पैसे कहां है। बीजेपी कुछ भी कहे, अंतिम फैसला न्यायालय को करना है और उससे भी बड़ी जनता की अदालत है।