उत्तराखंड के जोशीमठ के बाद अब जम्मू-कश्मीर के डोडा में भी लोगों के घरों में दरारें आनी शुरू हो गई हैं। डोडा के सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) अतहर अमीन जरगर के मुताबिक, पिछले साल दिसंबर में एक घर में दरारें दिखनी शुरू हुई थीं और अब बढ़नी शुरू हो गई हैं। अतहर अमीन जरगर ने कहा “डोडा जिले में दिसंबर में एक घर में दरारें आने की सूचना मिली थी।
सूत्रों के अनुसार गांव में जमीन के खिसकने की मुख्य वजहों में बीते कुछ वर्षों में इलाके में हुए सड़कों के निर्माण और पानी के रिसाव में शामिल हो सकते हैं। जिसकी वजह से अब मिट्टी खिसकने लगी है। हालांकि अभी प्रशासन की तरफ से भेजी गई टीम इस पूरी घटना की जांच में जुटी है।
वहीं ‘टाइम्स नाउ’ की रिपोर्ट के अनुसार, यहाँ के कम से कम 20 परिवारोंं को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया है। यह क्षेत्र लगभग 50 से 60 घरों वाला है। गुरुवार देर रात करीब 12.30 बजे गाँव के नीचे एक बड़ा भूस्खलन आया था और इस वजह से कुछ घर ढह गए। इसके बाद से यहाँ के निवासियों में दहशत का माहौल है।
बता दें कि उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ शहर में जमीन धंसने की घटना ने सबको हैरान कर दिया था। यहां शहर में रहने वाले कई लोगों के घरों में दरारें पड़ गई थी और लोग दहशत के साय में जी रहे हैं। जोशीमठ में 863 मकानों में गहरी दरारें आई हैं और लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 296 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।