राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें संसद में प्रवेश करने से डर लगता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक टिप्पणी के संदर्भ में कहा, जिसमें PM ने कहा था कि उन्हें यह स्वीकार करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है कि यह पवार ही थे जिन्होंने उन्हें राजनीति में प्रवेश करने के लिए उनका हाथ थामा था।
एक पुराने बयान पर कटाक्ष करते हुए शुक्रवार को कहा कि इससे उन्हें “संसद में जाने से थोड़ा डर लगता है”। पवार ने PM का जिक्र किए बिना यह टिप्पणी की। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे ने एनसीपी चीफ के संरक्षण में राजनीति में ऊपर उठने की बात कही थी। पवार और शिंदे यहां पिंपरी में 18वें जगतिक मराठी सम्मेलन में बोल रहे थे।
पवार ने बीजेपी निशाना साधते हुए कहा कि बेरोजगारी के कारण विवाह योग्य युवकों की शादी नहीं हो रही है, इससे सामाजिक समस्याएं पैदा हो रही हैं। अपने बयान में एक सन्दर्भ का ज़िक्र करते हुए कहा कि एक बार यात्रा करते समय वह 25 से 30 आयु के कुछ युवक मिले। जो अपने गांव के चौराहे बैठे थे।
पवार ने आगे कहा कि उनके युवकों से मैंने पूछा कि आप क्या काम करते हैं? किसी ने कहा कि ग्रेजुएट हैं तो किसी ने कहा पोस्ट ग्रेजुएट हैं। जब पूछा कि क्या आप लोग शादीशुदा हैं तो सभी ने न में जवाब दिया था।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 में एक कार्यक्रम में शरद पवार की मौजूदगी में कहा था कि वह ‘राजनीति में पवार की उंगली पकड़कर आए हैं’।
बता दें कि शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने महाराष्ट्र में बीजेपी शिवसेना के गठबंधन को तोड़ते हुए NCP, शिवसेना और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। शिवसेना में दो हिस्सा होने के बाद पुनः बीजेपी एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर महाराष्ट्र में अपनी सरकार बनाई। इस सरकार में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बने और देवेंद्र फडणवीस उप मुख्यमंत्री बनें।