महाराष्ट्र में ठाकरे परिवार के सबसे करीबी नेता व शिवसेना सांसद संजय राउत की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। बता दें कि वारंट BJP नेता किरीट सोमैया की पत्नी की मानहानि याचिका से जुड़ा हुआ है। दरअसल संजय राउत को मानहानि के मालमे में बार-बार समन जारी किया गया लेकिन उसके बाद भी शिवसेना सांसद कोर्ट में हाजिर नहीं हो रहे थे।
संयज राउत ने मेधा सोमैया पर मीरा-भयंदर इलाके में 100 करोड़ रुपये के शौचालय घोटाले का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि मीरा-भयंदर नगर निगम द्वारा अपने अधिकार क्षेत्र में शौचालयों के निर्माण के लिए आवंटित धन का कथित तौर पर मेधा ने अपने गैर-सरकारी संगठन के माध्यम से दुरुपयोग किया गया।
सोमैया के वकील ने कहा कि राउत कभी भी ट्रायल कोर्ट के सामने पेश नहीं हुए। कोर्ट ने इससे पहले 4 जुलाई 2021 को संजय राउत के खिलाफ 5 हजार रुपये का जमानती वारंट जारी किया था। सांसद संजय राउत 13 जुलाई को एक कोर्ट के समक्ष पेश हुए थे, क्योंकि निचली अदालत छुट्टी पर थी और जमानती वारंट रद्द कर दिया था।
बता दें कि 28 जून 2022 में राउत को मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने समन किया था। 1 अगस्त को गिरफ्तार होने के बाद से ही उन्हें आर्थर रोड जेल में रखा गया था। खास बात है उसी जेल में महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख और पूर्व मंत्री नवाब मलिक भी बंद थे। केंद्रीय जांच एजेंसी ने राज्यसभा सांसद की पत्नी वर्षा राउत को भी पूछताछ के लिए बुलाया था।