समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि उनको कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से कोई न्योता नहीं मिला है। इसलिए वो इस यात्रा में शामिल नहीं होंगे। हमारी संवेदनाएं उनकी यात्रा के साथ हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हमारी की विचारधारा अलग है। भाजपा और कांग्रेस की एक है।
निकाय चुनाव में आरक्षण के मसले पर लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे अखिलेश यादव से भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने को लेकर सवाल भी किया गया। अखिलेश ने जवाब देते हुए कहा कि उन्हें कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के लिए कोई निमंत्रण नहीं मिला है। सपा प्रमुख ने कहा, हमारी भावना उनकी यात्रा से है। हमें कोई आमंत्रण नहीं मिला है। हमारी पार्टी का सिद्धांत अलग है। भाजपा और कांग्रेस दोनों एक हैं।
अखिलेश यादव की तरफ से यह बयान तब सामने आया है जब ऐसी चर्चा है कि यात्रा को लेकर निमंत्रण सपा प्रमुख और बसपा प्रमुख मायावती को भी कांग्रेस की तरफ से भेजा गया है। हालांकि मायावती का भी इस यात्रा से जुड़ने की कोई संभावना नहीं है। साथ ही सपा के गठबंधन सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल ने भी अपने आप को इससे अलग ही रखा है।
गौरतलब है कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा तीन जनवरी को उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने वाली है। यात्रा गाजियाबाद के लोनी से शुरू होगी और अलग-अलग शहरों से होते हुए आगे बढ़ेगी। यूपी में कांग्रेस की ये यात्रा सफल रहे, इसलिए पार्टी द्वारा विपक्ष के बड़े नेताओं को इसमें शामिल होने का न्योता देने का दावा किया गया है।
अखिलेश यादव ये बयान कई तरह से बहुत मायने रखता है, एक तरह से अटकलें लगाई जा रही थी कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस समाजवादी पार्टी समेत अन्य विपक्षी दल एक साथ आएंगे। जहां एक तरफ बहुजन समाज पार्टी पहले ही अपना रुख साफ कर चुकी है तो दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का यह बयान विपक्षी एकजुटता पर सवाल खड़ा कर रहा है।