महाराष्ट्र के पूर्व कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक को बॉम्बे हाई कोर्ट से अभी राहत के आसार नहीं दिख रहे हैं। कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका पर तुरंत सुनवाई करने से इनकार कर दिया है। उनकी याचिका पर तत्काल सुनवाई न होने की वजह उनका पिछले 6 महीने से अपने पसंद के एक निजी अस्पताल में भर्ती रहना है।
सोमवार को नवाब मलिक की ओर से इस याचिका पर तत्काल सुनवाई करने के लिए आवेदन दिया था। आज इस मामले की सुनवाई जज एमएस कर्णिक के समक्ष हुई। जज ने मामले की तत्काल सुनवाई से इनकार करते हुए इसे 6 जनवरी, 2023 तक के लिए स्थगित कर दिया ।
न्यायमूर्ति एम एस कार्णिक की एकल पीठ ने तत्काल सुनवाई के मलिक के आग्रह को खारिज कर दिया और प्रवर्तन निदेशालय को दो सप्ताह में इस अर्जी पर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया। अदालत ने मामले की सुनवाई छह जनवरी तक स्थगित कर दी।
बता दें कि नवाब मलिक ने बीते सोमवार को हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। वकील तारक सैयद और कुशल मोर के जरिए मलिक ने यह याचिका दायर करवाई थी। उच्च न्यायालय ने मामले पर मंगलवार को सुनवाई ता समय दिया था। इससे पहले 30 नवंबर को एक विशेष अदालत ने मामले में मलिक की जमानत याचिका खारिज कर दी थी।