दिल्ली में हाल में हुए MCD चुनावों में आम आदमी पार्टी ने बड़ी जीत हासिल किया है। इस जीत के साथ ही आम आदमी पार्टी के समर्थकों और कर्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है. हालांकि इस उत्साह के साथ-साथ प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी ने उन्हें छोटी सी चिंता भी दे दी है। बीजेपी के कुछ नेताओं के इस बयान ने सियासी पारा हाई कर दिया कि, आप ने चुनाव तो जीत लिया, लेकिन अभी मेयर का चयन होना बाकी है।
दिल्ली में मेयर चुनाव से पहले कांग्रेस को झटका लगा है। कांग्रेस के दो पार्षद AAP में शामिल हो गए हैं। ये दोनो पार्षद दिल्ली कांग्रेस के उपाध्यक्ष अली मेंहदी के साथ ज्वाइन किया है। अली मेहंदी अल्पसंख्यक विभाग के चैयरमेन भी रह चुके हैं। अली मेहंदी मुस्तफाबाद से कांग्रेस के पूर्व विधायक अली हसन मेहंदी के बेटे हैं।
मुस्तफाबाद से पार्षद सबिला बेगम और ब्रिजपुरी से पार्षद नाज़िया खातून ने शुक्रवार को आप ज्वाइन कर ली है। आम आदमी पार्टी नगर निगम प्रभारी दुर्गेश पाठक ने बताया कि कांग्रेस के दो पार्षद आप में शामिल हो गए हैं। मेयर चुनाव के लिए आप और मजबूत हो गई है।
बता दें कि एमसीडी के नतीजे सात दिसंबर को ही आए थे। कांग्रेस को मिली नौ सीटों में से सात मुस्लिम बाहुल्य इलाके से हैं। विधानसभा चुनाव के विपरीत एमसीडी चुनाव में दिल्ली का मुस्लिम वोटर आप के साथ लामबंद नहीं हो सका। जानकार इसकी बड़ी वजह मुख्यमंत्री केजरीवाल के सॉफ्ट हिंदुत्व में देख रहे हैं। मुस्लिम समुदाय को लगता है कि केजरीवाल ने उनके हक में जाने वाले मसलों से जुड़ाव जाहिर नहीं किया।