मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छत्तीसगढ़ के एक शीर्ष नौकरशाह को गिरफ्तार किया है। अधिकारी की पहचान सौम्या चौरसिया के रूप में की गई है। सौम्या, मुख्यमंत्री के कार्यालय में उप सचिव के पद पर हैं।
दरअसल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ऑफिस (सीएमओ) में उप सचिव पद पर तैनात सौम्या चौरसिया अवैध खनन मामले में केंद्रीय एजेंसियों के रडार पर थीं। ईडी से पहले आयकर विभाग ने उनसे जुड़ी संपत्तियों पर छापा मारा था। वहीं अब कोयला एक्सटॉर्शन मामले में ईडी की तरफ से पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
मामला क्या है?
ईडी ने आयकर विभाग की एक शिकायत का संज्ञान लेने के बाद शुरू की गई धन शोधन की जांच ‘‘एक बड़े घोटाले से संबंधित है, जिसमें वरिष्ठ नौकरशाहों, व्यवसायी, नेता और बिचौलिए के गठजोड़ द्वारा छत्तीसगढ़ में ढुलाई किए गए प्रत्येक टन कोयले से 25 रुपये प्रति टन की अवैध उगाही की गई है।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही सीएम बघेल ने छत्तीसगढ़ में केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि ED और IT बयान लेने के लिए अफसरों और कारोबारियों को पीट रही है। उनकी पिटाई से कई लोगों की हड्डियां टूट गई हैं। कई लोगों को सुनाई देना बंद हो गया है। इस बात की शिकायत राज्य सरकार तक पहुंची है।