वेस्ट बंगाल की CM ममता बनर्जी ने CJI यूयू ललित से लोकतंत्र और संघीय ढांचे की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। उन्होंने दावा किया कि लोकतांत्रिक शक्तियां एक वर्ग के हाथों में सिमटती जा रही हैं, जो देश को राष्ट्रपति शासन की ओर ले जा सकता है।
न्यायपालिका से लोगों को उत्पीड़न से बचाने की अपील करते हुए सीएम ने दावा किया कि समाज के एक निश्चित वर्ग द्वारा सभी लोकतांत्रिक शक्ति को जब्त कर लिया गया है। दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि रहीं बनर्जी ने सीजेआई से कहा, “लोकतंत्र कहां है? कृपया लोकतंत्र को बचाएं।”
ममता ने मीडिया के पक्षपाती होने पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा- क्या वे किसी को गाली दे सकते हैं? क्या वे किसी पर आरोप लगा सकते हैं? सर, हमारी प्रतिष्ठा हमारी इज्जत है। इज्जत लूट लिया, तो सब खत्म हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि फैसला आने से पहले से ही बहुत सी चीजें चल रही थीं। मुझे यह कहते हुए खेद है। अगर आपको लगता है कि मैं गलत हूं, तो मैं माफी मांगती हूं।
ममता बनर्जी ने कहा कि मैं यह नहीं कह रही हूं कि लोगों ने न्यायपालिका में भरोसा खो दिया है। लेकिन आजकल के हालात काफी बदतर हो गए हैं। न्यायपालिका को लोगों को अन्याय से बचाना चाहिए, उनकी चीख को सुननी चाहिए। आज के समय में लोग बंद दरवाजों के पीछे रो रहे हैं। ममता ने कहा कि यह देश एक अध्यक्षीय शासन की ओर जो रहा है। उन्होंने अपील की कि न्यायपालिका यह सुनिश्चित करे कि देश में संघीय ढांचा बना रहे और इसपर किसी भी तरह की कोई आंच ना आने पाए।