दिल्ली के मजनूं टीला इलाके से बौद्ध भिक्षु की वेशभूषा में चीनी महिला को गिरफ्तार किया गया है।पुलिस को शक है कि वह चीन के लिए जासूसी कर रही थी और बौद्ध भिक्षु के भेष में मॉनिटरी टू मॉनेस्ट्री आना-जाना करती थी।
यह भी शक है कि उसकी कोशिश दलाई लामा तक पहुंचने की थी। उसके पास से जो पासवर्ड मिला है, उसमें उसका नाम और पता फर्जी है जो कि नेपाल के काठमांडू का है। FRO की जांच में पता चला है कि वह हकीकत में चीन के हेनान प्रांत की रहने वाली है। पुलिस के मुताबिक पकड़ी गई चीनी जासूस का नाम काई रूओ है। वह नेपाली नागरिक दोलमा लामा बनकर मजनूं का टीला इलाके में रह रही थी। उसने अपना पता भी काठमांडू लिखवाया हुआ था।
अरेस्टिंग के बाद जब स्पेशल सेल ने FRRO से उसकी जांच करवाई तो उसके असली नाम का खुलासा हुआ। असल में वह वर्ष 2019 में चाईनीज पासपोर्ट पर भारत आई थी, जिसके चलती उसकी डिटेल एजेंसी के पास दर्ज हो गई थी। दिल्ली पुलिस ने चीनी जासूस के खिलाफ धारा 120 B, 419, 420, 467, 474 और 14 फॉरेन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर अरेस्ट कर लिया है।
इससे पहले राजस्थान इंटेलिजेंस ने 46 वर्षीय भागचंद को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। आरोपी ने तीन साल पहले ही भारत की नागरिकता ली थी और दिल्ली में रहकर टैक्सी चलाता था। इंटेलिजेंस को सूचना मिली थी कि आरोपी पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में था और दिल्ली से अहम जानकारी पाकिस्तान भेज रहा था।