कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव अब मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच होगा। तीसरे प्रत्याशी झारखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री केएन त्रिपाठी का नामांकन कैंसिल हो गया है। हालांकि नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 8 अक्टूबर है। इसलिए उसी दिन तस्वीर साफ हो पाएगी कि चुनाव होगा या नहीं। अगर किसी ने अपना पर्चा वापस नहीं लिया तो चुनाव होगा। एक ही प्रत्याशी का नाम बने रहने की स्थिति में उसे ही कांग्रेस का नया अध्यक्ष चुन लिया जाएगा।
इस बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर का बड़ा बयान सामने आया, थरूर ने कहा कि हम बड़े नेताओं को सम्मान देते हैं लेकिन पार्टी में युवाओं को सुनने का समय आ गया है। हम पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को बदलने के लिए काम करेंगे और पार्टी के कार्यकर्ताओं को यह महत्व दिया जाना चाहिए।
आगे उन्होंने मल्लियाकार्जुन खड़गे को लेकर कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे का आत्मविश्वास अच्छा है। मुझे विश्वास है कि कुछ लोग भी हैं जो मेरी बात भी सुनेंगे। बड़े नेता स्वाभाविक रूप से पार्टी में अन्य बड़े नेताओं के साथ खड़े हो सकते हैं, लेकिन मेरे साथ अलग-अलग राज्यों के पार्टी के कार्यकर्ता हैं।
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर गांधी परिवार की पहली पसंद अशोक गहलोत थे लेकिन, राजस्थान सीएम पद का मोह उन्हें इस रेस से बाहर कर गया। उन्होंने सोनिया गांधी से मिलकर माफी मांगी और अध्यक्षी पद से तौबा किया। माना जा रहा है कि गहलोत के बाद गांधी परिवार के पर्दे के पीछे बड़ा कदम उठाया और पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता और संकटमोचक खड़गे को कमान सौंपने का मन बनाया है। इसीलिए खड़गे नए कांग्रेस अध्यक्ष के सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।