प्रवर्तन निदेशालय ने पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में पीएमएलए स्पेशल कोर्ट कलकत्ता के समक्ष पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी सहित आठ आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। ईडी अधिकारियों के अनुसार, मनी लॉन्ड्रिंग के लिए छह कंपनियों का इस्तेमाल किया गया था।
ईडी ने पश्चिम बंगाल सरकार के रहे मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को 23 जुलाई को गिरफ्तार किया था। आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं और उन्हें 28 सितंबर को फिर से विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
ईडी ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि घोटाले में 48.22 करोड़ रुपए की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया था। जो पार्थ और अर्पिता के नाम थी। इस मामले में कुल जब्ती 103.10 करोड़ रुपए की है। पार्थ और अर्पिता को 23 जुलाई को गिरफ्तार किया था। दोनों फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। उन्हें 28 सितंबर को फिर से विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
बता दें कि ईडी ने अब तक कुल 49.80 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है। 5.08 करोड़ रुपये से ज्यादा का सोना और ज्वेलरी 48.22 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी अटैच की है। इस मामले में अभी तक 103.10 करोड़ रुपये की कुल जब्ती की जा चुकी है।