सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना के देश के कई हिस्सों में हो रहे विरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि कई फैसले शुरुआत में अनुचित लग सकते हैं लेकिन बाद ये राष्ट्र निर्माण में मदद करते हैं.
पीएम ने बेंगलुरू में एक कार्यक्रम के दौरान कहा, “कई फैसले वर्तमान में अनुचित लगते हैं लेकिन यह देश के निर्माण में मदगार बनेंगे.” हालांकि उन्होंने अग्निपथ योजना का सीधे तौर पर कोई संदर्भ नहीं दिया.
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बता दें कि योजना के हो रहे विरोध के बीच, गृह मंत्रालय ने अग्निवीरों के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और असम राइफल्स में भी 10 फीसदी नौकरी आरक्षित करने का ऐलान किया है. सीएपीएफ और असम राइफल्स में अग्निवीरों को आयु सीमा में तीन साल की छूट दी गई है. माना जा रहा है कि इस कदम से अर्धसैनिक बलों में अग्निवीरों को नौकरी देने की राह भी आसान होगी.
भारतीय नौसेना के अग्निवीरों के लिए मर्चेंट नेवी में रोजगार के अवसर देगा. इसके लिए जहाज रानी मंत्रालय द्वारा छह सेवा मार्ग को भी शामिल किया है. इससे अग्निवीरों के लिए अनेक अवसर खुले हैं.
इस घोषणा के बाद कई राज्य सरकारों ने कहा है कि वो अपने राज्य में होने वाले पुलिस भर्तियों में भी अग्निवीरों को वरीयता देंगी.अग्निपथ योजना के विरोध में हिंसा के बीच केंद्र सरकार ने तनाव कम करने और आक्रोशित युवाओं को शांत करने के लिए कई कदम उठाए हैं.
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रक्षा मंत्रालय ने अग्निवीरों के लिए कोस्ट गार्ड और राज्यों द्वारा चलाई जाने वाली सुरक्षा एजेंसियों में 10 फीसदी नौकरी आरक्षित करने का फैसला किया है.
गौरतलब है कि सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना के विरोध में कुछ संगठनों ने आज भारत बंद का आव्हान किया है. विरोध के चलते रेलवे को 500 से अधिक ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है. अग्निपथ योजना के ऐलान के बाद से अब तक हुई आगजनी और तोड़फोड़ में देश की संपत्ति का काफी नुकसान हुआ है.