नई दिल्ली: पीएम मोदी ने मेरठ, गाजियाबद, अलीगढ़, हापुड़ और नोएडा की भाजपा के कार्यकर्ताओं को वर्चुअल रैली के माध्यम से संबोधित किया, मोदी ने कहा कि साल 2017 से पहले जो सरकार थी उसने एक्सप्रेस-वे के नाम पर कैसी लूट मचाई ये आप मुझसे ज्यादा जानते हैं।
योगी जी की सरकार में पूर्वांचल और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पूरे हो चुके हैं और पांच एक्सप्रेस-वे पर तेज से काम चल रहा है, जब प्रयास ईमानदार हो तो काम ऐसे ही असरदार होता है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज यूपी में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज शत-प्रतिशत लोगों को लग चुकी है, 70% से अधिक लोगों को दूसरी डोज भी लग चुकी है, ये यूपी के लोगों का, उन लोगों को करारा जवाब है।
मुझे याद है, इस साल की शुरुआत में, मेरा पहला दौरा मेरठ का ही हुआ था, उस दिन मौसम खराब था, इसलिए मुझे सड़क मार्ग से आना पड़ा था, लेकिन मेरठ एक्सप्रेसवे की वजह से मैं एक घंटे से भी कम समय में दिल्ली से मेरठ पहुंच गया था।
आज़ादी के बाद यूपी ने अनेक चुनाव देखे हैं, अनेक सरकारें बनती-बिगड़ती देखी हैं, लेकिन ये चुनाव सबसे अलग है, ये चुनाव यूपी में शांति के स्थायित्व के लिए है, विकास की निरंतरता के लिए है, प्रशासन में सुशासन के लिए है, यूपी के लोगों के तेज़ विकास के लिए है।
2017 में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद गरीब के घर बनाने की स्पीड कई गुना बढ़ी है, कनेक्टिविटी के इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण की स्पीड डबल हुई है, मेट्रो कनेक्टिविटी इक्का-दुक्का शहरों से आज उत्तर प्रदेश के 10 शहरों तक पहुंच रही है।
इसी कोरोना काल में अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप जी के नाम पर विश्वविद्यालय बनना शुरू हुआ, मेरठ में मेजर ध्यानचंद जी के नाम पर खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास भी हो चुका है।
यूपी में पहले की सरकार में विकास सिर्फ कागजी था, ये सिद्ध हो चुका है कि समाजवादी सिर्फ और सिर्फ परिवारवादी है, जबकि डबल इंजन की सरकार ने यूपी में जमीन पर काम किया।
ये कागजी समाजवादी, जो शत प्रतिशत परिवारवादी हैं और इनके सहयोगी इतने सालों तक सत्ता में रहे, लेकिन खेती की समस्या और किसानों की परेशानी को इन्होंने समझा ही नहीं, दशकों से खेती की जो व्यवस्था चली आ रही थी, जिससे किसान परेशान था, उसको सुधारने का साहस इन्होंने जुटाया ही नहीं।