लखनऊ (यूपी): अमित शाह ने कैराना से अपने डोर टू डोर कैम्पैन को शुरू किया और खुद भाजपा के पर्चे लोगों को बांटे, इस दौरान वो चंद नेताओं के साथ लोगों के घर घर पहुंच रहे हैं और वोट मांग रहे हैं।
अमित शाह कैराना में घर घर जा रहे हैं, दरअसल कोरोना संक्रमण के चलते चुनाव आयोग ने रैलियों-रोड शो और किसी भी तरह की जनसभाओं पर रोक लगाई हुई है, हालांकि आयोग ने पांच लोगों को घर घर प्रचार करने की अनुमति दी है।
कैराना बीजेपी के लिए अहम सीट है, यहां से मृगांका सिंह को बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया है, ये पहले बीजेपी का गढ़ हुआ करता था और बीजेपी के दिग्गज नेता रहे बाबू हुकुम सिंह का यह गढ़ था कभी।
बता दें कि आज अमित शाह ने कैराना के टीचर्स कॉलोनी से अपने डोर टू डोर कैम्पेन को शुरू किया है, दरअसल कैराना कथित पलायन की खबरों को लेकर चर्चा में रहा है, इस बार भी इस सीट का काफी महत्व माना जा रहा है।
अमित शाह आज अपने चुनावी कैम्पेन के दौरान उन लोगों से भी मुलाकात करेंगे, जिन्होंने यहां से पलायन किया था और बाद में लौट आए, आज सीएम योगी ने प्रचार रथ के उद्घाटन के दौरान भी पलायन के मुद्दे का ज़िक्र किया, उन्होंने कहा कि साल 2017 के पहले प्रदेश में व्यापारी और अन्य लोग पलायन करते थे, लेकिन 2017 के बाद अपराधी पलायन कर रहे हैं।
अमित शाह ने कहा कि यूपी में एक नई उत्साह की लहर दिखाई पड़ती है, ढेर सारे रोड, ढेर सारे एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेज, गरीबों को गैस और शौचालय,,, कोरोना के वक्त में हर किसी को मुफ्ती टीका, हर किसी को मुफ्त राशन, मोदी जी ने जो भी उत्तर प्रदेश को भेजा है, योगी जी ने नीचे तक उसको लागू किया है।
उन्होंने कहा, “ये वही कैराना है जहां पहले लोग पलायन करते थे, जब मैं राउंड लेने निकला तो लोगों ने कहा कि मोदी जी की कृपा हो गई, बीजेपी की सरकार बनी, योगी जी ने कानून व्यवस्था को सुधारा है, हमें पलायन करवाने वाले पलायन कर गए हैं।