नई दिल्ली 15 दिसम्बर । कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को कहा कि 50 साल पहले पूर्वी पाकिस्तान को आजाद कराकर बांग्लादेश बनाने वाले अपने अदम्य साहस, कूटनीतिक क्षमता और सैन्य रणनीति से देश एक देश है। भारत के साथ अच्छे संबंध बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर पार्टी के ‘विजय देवास’ कार्यक्रम के समापन समारोह को संबोधित करते हुए सुश्री गांधी ने कहा कि 50 साल पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सहयोग से, बांग्लादेश के लोगों को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में एक नए भविष्य का रास्ता मिल गया। उस समय भारत ने बांग्लादेश का पूरा समर्थन किया और अपने 10 मिलियन शरणार्थियों को शरण दिया।
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उन्होंने कहा कि उन लोगों को याद करने की जरूरत है जिन्होंनेबांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और सुश्री इंदिरा गांधी के महत्वपूर्ण योगदान को याद करने की जरूरत है जिन्होंने बांग्लादेश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अपने साहस और दूरदृष्टि से इंदिरा गांधी ने दुनिया की परवाह किए बिना बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और इसके लिए पूरा देश उन्हें गर्व और सम्मान के साथ याद करता है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह सुश्री गांधी की वजह से था कि बांग्लादेश उस समय पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के प्रति संवेदनशील हो गया था और दुनिया ने बांग्लादेश की मुक्ति के लिए उनकी रणनीति को मान्यता दी थी। पूरी दुनिया ने भारतीय सेना की सूझबूझ और बहादुरी को सलाम किया। सुश्री गांधी ने देश को परमाणु ऊर्जा से समृद्ध, कृषि में आत्मनिर्भर और प्रौद्योगिकी में उन्नत बनाने के लिए काम किया था।
इस अवसर पर बोलते हुए पूर्व रक्षा मंत्री और बांग्लादेश मुक्ति युद्ध की कांग्रेस की 50वीं वर्षगांठ समिति के अध्यक्ष एके एंटनी ने कहा कि इस लड़ाई के लिए दुनिया ने भारत के बहादुर सैनिकों को सलाम किया था लेकिन आश्चर्यजनक रूप से इस सरकार ने इस बारे में कुछ भी नहीं कहा।