नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण की समस्या के चलते स्कूल फिर से बंद कर दिए गए हैं। केजरीवाल सरकार का यह आदेश शुक्रवार से लागू हो जाएगा। दिल्ली-एनसीआर में पिछले एक महीने से प्रदूषण के स्तर में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। आज भी कई जगह प्रदूषण का स्तर काफी अधिक था। दिल्ली-एनसीआर के कुछ इलाकों में यह स्तर 600 के पार हो गया है। सुप्रीम कोर्ट प्रदूषण के मुद्दे पर लगातार सुनवाई कर रहा है।
गुरुवार को कोर्ट में सुनवाई भी हुई, जिसमें स्कूल खोलने का मुद्दा उठाया गया। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए पूछा कि प्रदूषण के बीच स्कूल क्यों खोले गए। सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि बुजुर्ग घर से काम कर रहे हैं तो सुबह कोहरे में बच्चे स्कूल क्यों जा रहे हैं?
कोर्ट ने कहा कि आप कह रहे हैं कि अगर बच्चे के माता-पिता उन्हें स्कूल भेजना चाहते हैं तो उन्हें भेज दें, नहीं तो वे नहीं चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार से स्कूल और दफ्तर खोलने के संबंध में अपना पक्ष पेश करने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट से कड़ी फटकार के बाद दिल्ली सरकार ने स्कूलों को बंद करने का फैसला किया है। वहीं दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने स्कूलों को बंद करने की जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘मौजूदा प्रदूषण स्तर के कारण दिल्ली के सभी स्कूल कल से अगले आदेश तक बंद रहेंगे।
आज भी प्रदूषण के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान काफी सख्ती बरती। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों को चेतावनी दी कि हम 24 घंटे दे रहे हैं। सरकारों को प्रदूषण पर तत्काल कदम उठाने चाहिए। अन्यथा हम आदेश जारी कर देंगे। कोर्ट ने कहा कि हम औद्योगिक प्रदूषण और परिवहन प्रदूषण को लेकर चिंतित हैं।
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अब इस मामले पर शुक्रवार को फिर सुनवाई होगी। सीजेआई एनवी रमन्ना ने कहा, आप (दिल्ली सरकार) कह रहे हैं कि आपने घर से काम लागू किया, स्कूल बंद कर दिए। लेकिन यह सब लग रहा है।