बीजेपी के दलित सांसद उदित राज ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी के ख़िलाफ बयान दिया है। उन्होंने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भारत बंद के बाद से बीजेपी शासित राज्यों में दलित समुदाय के लोगों को परेशान और शोषित किया जा रहा है।
उदित राज ने ट्वीट के ज़रिए कहा कि 2 अप्रैल के प्रदर्शन के बाद भारत में बड़े स्तर पर दलितों के साथ शोषण हो रहा है और उनके साथ यातना की जा रही है। बाडमेर, जलोर, जयपुर, ग्वालियर, मेरठ, बुलंदशहर, करोली सहित कई जगहों पर दलितों को निशाना बनाया जा रहा है, यह ना सिर्फ आरक्षण विरोधी है बल्कि पुलिस भी दलितों पर गलत मामले दर्ज कर रही है और उनकी पिटाई कर रही है।
बीजेपी के दलित सांसद ने किसी का नाम तो नहीं लिया लेकिन उनका निशाना मोदी सरकार की तरफ ही था। गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश से लेकर मध्यप्रदेश तक में पुलिस पर दलितों के साथ दुर्व्यवहार और हिंसा के आरोप लगे हैं।
उदित ने अगले ट्वीट में लिखा कि ग्वालियर में मेरे खास कार्यकर्ता को टॉर्चर किया गया जबकि उसने कुछ गलत नहीं किया था। वह मदद के लिए गिड़गिड़ा रहा है।
बीजेपी सांसदों की अपनी ही पार्टी से नाराज़गी यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले इटावा के सांसद अशोक दोहरे, रॉबर्ट्सगंज के सांसद छोटेलाल खरवार,बहराइच से सावित्री बाई फुले यह सभी सांसद पार्टी से अपनी नाराज़गी ज़ाहिर कर चुके है।
बता दें कि एससी/एसटी एक्ट में बदलाव के खिलाफ दलित समाज ने भारत बंद किया था। इस दौरान कई राज्यों में हिंसा भी हुई थी। इस हिंसा में 12 लोगों की जान भी गई थी। उदित राज पहले ही एक्ट में बदलाव के खिलाफ थे। सांसद ने कहा था, ‘निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण है और इसके गंभीर नतीजे देखेने को मिलेंगे।