नई दिल्ली : आज पाकिस्तान, सऊदी अरब समेत कई देशों में बकरीद का त्योहार धूमधाम से मनाया जाएगा, वहीं, भारत में यह त्योहार कल (21 जुलाई) को मनाया जाएगा, इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, यह त्योहार 12वें महीने की 10 तारीख को मनाया जाता है.
बकरीद का त्योहार रमजान का महीने खत्म होने के 70 दिन के बाद मनाया जाता है, इस दिन इस्लाम धर्म के मानने वाले नमाज पढ़ने के बाद जानवर की कुर्बानी देते हैं, इस त्योहार को लेकर लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है.
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त्योहार के मौके पर इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग सुबह नमाज अदा करते हैं, इसके बाद आपस में गले मिलकर एक दूसरे को ईद की बधाई देते हैं, इसके बाद जानवर की कुर्बानी देने की प्रथा हैं.
कुर्बानी देने के बाद बकरे के गोश्त को तीन हिस्सों में बांटा जाता है, एक हिस्सा गरीबों में, दूसरा हिस्सा दोस्त और रिश्तेदारों में और तीसरा हिस्सा अपने पास रखा जाता है, कई लोग इस दिन दान पुण्य करते हैं.
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भारत में 21 जुलाई को बकरीद का पर्व मनाया जाएगा, ईदगाहों और प्रमुख मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की विशेष नमाज सुबह 6 बजे से लेकर 10,30 बजे तक अदा करने की तैयारी है, कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले साल लोगों को घर ही नमाज अदा करनी पड़ी थी, लेकिन इस बार लोगों को ईदगाहों और मस्जिदों में जमात के साथ नमाज अदा करने की उम्मीद है.
ईद उल अजहा इस्लामी कैलेंडर का 12वां और आखिरी महीना होता है, बकरीद के दिन सुबह में नमाज अदा करने के साथ ही ईद मनाने की शुरुआत हो जाती है, इस्लाम अपने अनुयायियों को खुशी के मौके पर गरीबों को नहीं भूलने की सीख देता है,