हैदराबाद: मस्जिद में अकीदतमंदों को नमाज़ पढ़ाने वाले इमाम और मुअज़्ज़िन मामूली सी पगार पर अपना जीवन बसर करते है जो कि बहुत मुश्किल होता है,जिसके कारण उनके परिवार का सही से गुज़ारा नही हो पाता है और वो पेट काटकर अपने बच्चों की पालन पोषण करते हैं.इसी कारण इस वर्ग ने कुछ ज़्यादा विकास किया है,लेकिन एक अच्छी खबर भारत के 29वे राज्य तेलंगाना मिल रही है जहां तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने घोषणा की है कि मस्जिद के इमाम मुअज़्ज़िन और मंदिर के पुजारियों को सरकारी कर्मचारियों की तरह इज़्ज़त मिलेगी.
तेलंगाना सरकार इमाम,मुअज़्ज़िन, पुजारियों को देगी तनख्वाह,
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की तरफ़ से ऐलान किया गया है कि एक सितंबर से राज्य के पुजारियों को सरकार कर्मचारियों की मानिंद सैलरी दी जाएगी साथ ही इमाम और मुआज्जिनो को भी 5,000 रुपये हर महीने दिया जाएगा.तेलंगाना सरकार राज्य के पुजारियोें के सरकारी कर्मियों की तरह ही सैलरी देगी साथ ही इमाम और मुअज़्ज़िनो को भी सरकार की तरफ़ से 5,000 रुपये सैलरी हर माह दी जाएगी.

इस तारिख से हुआ लागू
राज्य के सीएम के. चंद्रशेखर राव ने इसकी घोषणा करते हुए उन्होंने बताया कि ये नियम आगामी 1 सितंबर से लागू कर दिया जाएगा.उन्होंने कहा जब-जब राज्य के कर्मचारियों की सैलरी में बदलाव किया जाएगा अर्चकों की सैलरी पर भी वही नियम लागू किया जाएगा, यानी अर्चकों की तनख्वाह में भी बढ़ोतरी की जाएगी.बता दें कि अर्चक, मंदिरों में पूजा कराते हैं और धर्म विभाग नियम के अंतर्गत आते हैं.
पहले सिर्फ़ इतने रुपए मिलते थे,
तेलंगाना मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने यह भी कहा है कि उनकी रिटायरमेंट की उम्र भी 58 से बढ़ाकर 65 साल कर दी गई है. तेलंगाना सरकार इमाम और मुआज्जिनो को पहले सिर्फ़ 1हज़ार रुपये प्रतिमाह दिया करती थी जिसको बढ़ाकर अब 5000रुपए कर दिया गया है. वहीं बीते दिनों तेलंगाना सरकार ने एलान किया था कि प्रदेश के हर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में आने वाले लोगों को घरेलू उपयोग के लिए 101 यूनिट फ्री बिजली तक दी गई जो कि पहले 50 यूनिट तक मिलती थी.
बता दें कि राव ने कहा कि ये नया नियम एक सितंबर से राज्य में लागू किया जाएगा,जिसके तहत हिंदू मंदिरों के पुजारियों तो सरकार स्टाफी की तरह ही सैलरी दी जाएगी. साथ ही इमाम और मुआज्जिनो को भी 5,000 रुपये महीना दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि आगे अगर सरकारी कर्मियों की सैलरी में बदलाव होता है तो पुजारियों की सैलरी में भी बदलाव किया जाएगा.
इस नेता की कोशिशे रंग लायी…

ये फैसला भले ही राज्य सरकार ने लिया है लेकिन इसके पीछे तेलंगाना में एक मुस्लिम जमात का हाथ होना बताया जा रहा है.राज्य के कुछ हिस्सों पर ज़बरदस्त प्रभाव रखने वाली आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने कुछ दिन पहले राज्य के सीएम से मुलाक़ात करके इमामो की तनख्वाह बढाने की मांग की थी.जिसके बाद इसलिए राज्य सरकार के इस फैसले के पीछे ओवैसी को भी माना जा रहा है.गौरतलब है कि ओवैसी की पार्टी राज्य में टीआरएस की सहयोगी वाली भूमिका में है।
राज्य सरकार के इस कदम की तारीफ़े चारों तरफ हो रही है।