रामपुर (यूपी) : केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कोरोना टीके को लेक़र भ्रम पैदा करने वाले को लोगों की सेहत-सलामती का दुश्मन करार देते हुए कहा कि ‘टीके से अदावत, कोरोना को दावत’ है।
नकवी ने सोमवार को यहाँ देश भर के ग्रामीण एवं दूर-दराज के क्षेत्रों में कोरोना टीकाकरण के प्रति जागरूकता लाने एवं कुछ निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा कोरोना वैक्सीन पर फैलाई जा रही आशंकाओं-अफवाहों को रोकने के लिए ‘जान है तो जहान है’ अभियान की शुरुआत की।
ये भी पढ़ें : लेख : न्यूयार्क टाइम्स के झूठे हैं तो क्या मोदी सरकार के आँकड़े सही हैं? : रवीश कुमार
उन्होंने उत्तर प्रदेश के रामपुर स्थित चमरौवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ‘जान है तो जहान है’ अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि कुछ निहित स्वार्थी तत्वों ने देश के कुछ क्षेत्रों में कोरोना वैक्सीन को लेकर अफवाहों और आशंकाओं का माहौल बनाने की कोशिश की है। ऐसा भ्रम पैदा करने वाले लोगों की सेहत-सलामती के दुश्मन हैं।
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने विभिन्न सामाजिक, शैक्षिक संस्थाओं, स्वयं सहायता समूहों, महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप आदि को साथ लेकर देश भर के ग्रामीण एवं दूर-दराज के क्षेत्रों में कोरोना वैक्सीनेशन के प्रति जागरूकता के लिए ‘जान है तो जहान है’ अभियान शुरू किया है।
यह अभियान देश के विभिन्न स्थानों पर होगा। इस अभियान में विभिन्न धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षिक, मेडिकल एवं विज्ञान एवं अन्य क्षेत्रों के प्रमुख लोग सकारात्मक सन्देश दे रहे हैं। इस अभियान के तहत देश भर में नुक्कड़ नाटक भी आयोजित होंगें।
नकवी ने कहा कि देश के वैज्ञानिकों के परिश्रम के परिणाम स्वरूप दो ‘मेड इन इंडिया’ कोरोना वैक्सीन तैयार हुई हैं, वैज्ञानिक रूप से यह साबित हो चुका है कि ये वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित हैं और कोरोना संक्रमण से बचाव का प्रमुख हथियार हैं। सभी योग्य लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगवानी चाहिए ताकि भारत को कोरोना मुक्त किया जा सके।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े कोरोना टीकाकरण को लेकर जागरूकता लाने के लिए शुरू किये गए ‘जान है तो जहान है’ अभियान में राज्य की हज कमेटियां, वक्फ बोर्ड, वक्फ से जुड़े शैक्षणिक संस्थान, केंद्रीय वक्फ काउंसिल, मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की ‘नई रोशनी’ योजना के अंतर्गत कार्यरत महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप एवं स्वयं सहायता समूह शामिल हैं।
इस अभियान में दिल्ली जामा मस्जिद के शाही इमाम सय्यद अहमद बुखारी; फतेहपुरी मस्जिद, दिल्ली के इमाम डाॅ. मुफ़्ती मुक्कर्रम अहमद; आर्कडायसिस, दिल्ली के आर्कबिशप अनिल जोसेफ थॉमस क्यूटो, जैन धर्म गुरु आचार्य लोकेश मुनि, पारसी धर्मगुरु दस्तुरजी ददाचंजी, प्रमुख शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा, अजमेर शरीफ दरगाह के सज्जादानशीन सय्यद जैनुल आबेदीन, अंजुमन सैयद जादगान, दरगाह शरीफ, अजमेर के अध्यक्ष हाजी सय्यद मोईन हुसैन, खादिम दरगाह अजमेर शरीफ जनाब गुलाम किब्रिया दस्तगीर, आल इंडिया सूफी सज्जादानशीन कौंसिल के चेयरमैन सय्यद नसरुद्दीन चिश्ती, दरगाह निजामुद्दीन,
ये भी पढ़ें : पाकिस्तान में उठी काली आँधी के ख़तरे!
दिल्ली के सज्जादानशीन सय्यद हम्माद निजामी, शिया मस्जिद दिल्ली के शाही इमाम मौलाना मोहम्मद अली मोहसिन तक़वी, इंटर फेथ हारमनी फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया के फाउंडर डाॅ. ख्वाजा इफतिखार अहमद, अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर डा. तारिक मंसूर, ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाईजेशन के चीफ इमाम डा. उमेर अहमद इलियासी, बौद्ध धर्म गुरु काचायन स्रमन, जाने माने न्यूरोसर्जन डा. माज़दा तुरेल; डायरेक्टर, यूनेस्को पारज़ोर और जियो पारसी डाॅ. शेरनाज कामा, प्रसिद्द कलाकार श्री राजू श्रीवास्तव;
बॉलीवुड सिंगर सुश्री नीलम चौहान; रानी इन्द्राणी और विवेक मिश्रा; फिल्म-टेलीविजन क्षेत्र की अन्य हस्तियों आदि ने लोगों में वैक्सीनेशन के प्रति जागरूकता का प्रभावी सन्देश दिया है। इन प्रमुख लोगों के वीडियो सन्देश विभिन्न मीडिया प्लेटफार्म, अन्य माध्यम से लोगों के बीच प्रसारित-प्रचारित किये जायेंगे।
आने वाले दिनों में देश के अन्य कई प्रमुख लोग कोरोना टीकाकरण के लिए इस अभियान में शामिल हो कर जागरूकता लाएंगे।
नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सरकार, देश में दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना टीकाकरण अभियान चला रही है जिसमे अभी तक करोड़ों लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया है। विश्व के अधिकांश पहले से ही सुविधा संपन्न देशों के मुकाबले भारत कोरोना टीकाकरण अभियान में बहुत आगे है।
उन्होंने कहा कि सरकार और समाज ने सावधानी, संवेदनशीलता, संयम के संकल्प के साथ इस कोरोना महामारी के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ी है। इसी का नतीजा है कि भारत इस आपदा से बाहर निकल रहा है।