नई दिल्ली : झज्जर में बीजेपी कार्यालय की नींव उखाड़ने वालों के घरों पर हो रही पुलिस की छापामारी से टिकरी बाॅर्डर पर किसान नेताओं के सीधे निशाने पर प्रदेश के सीएम नहीं बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ आ गए हैं, किसानों का कहना है कि धनखड़ के कारण ही किसानों के घरों में छापेमारी की जा रही है.
बुधवार को किसानों ने जहां सीएम खट्टर के स्थान पर किसानों के घरों पर पुलिस भेजने के लिए सीधे रूप से बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ को ही जिम्मेदार बताया.
झज्जर में किसानों के खिलाफ किए जा रहे मामले दर्ज को लेकर टिकरी बाॅर्डर पर भी किसानों ने एकजुटता दिखाते हुए ऐलान कर दिया है कि यदि झज्जर में किसानों को गिरफ्तार किया गया तो टिकरी बॉर्डर के हजारों किसान भी गिरफ्तारी देंगे.
झज्जर की घटना को लेकर बुधवार को टिकरी बाॅर्डर पर भी माहौल गर्म रहा, इस मौके पर टिकरी बॉर्डर पर किसानों ने हुंकार भरते हुए दावा किया कि किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगी किसानों की गिरफ्तारी.
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इस मौके पर बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ को किसानों का सबसे बड़ा दुश्मन बताते हुए उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की, किसानों ने कहा कि सरकार को किसान गिरफ्तार करने पर पहले भी मुंह की खानी पड़ी चुकी है, अब एक बार फिर धनखड़ को अपने किए कामों पर भुगतना पड़ेगा.
किसानों ने कहा कि आगे भी किसानों की गिरफ्तारी पर संयुक्त किसान मोर्चा संघर्ष करेगा, झज्जर में किसानों की गिरफ्तारी के लिए दबिश देने का किसान कर रहे हैं विरोध त कर ही रहे हैं वहीं उनका कहना है कि झज्जर में किसानों पर अत्याचार के लिए सीधे बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ भी जिम्मेदार है.
गौरतलब है कि दो दिन पहले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष द्वारा किये गए कार्यालय के शिलान्यास की किसानों ने ईंटे उखाड़ दीथी, इस मामले में पुलिस ने 50-60 किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, अब पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए किसानों के घरों में दे रही है दबिश, किसानों में रोष बढ़ गया है.
किसानों ने एक बार फिर कहा रि हकों की लड़ाई लंबी चलेगी, 26 जून को देश भरके हर राज्य के राज्यपाल को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा, तीन कृषि कानून रद्द करने और एमएसपी को लेकर नया कानून बनाने की मांग रखेंगे, किसानों ने कहा-हर हाल में सरकार को माननी पड़ेंगी किसानों की मांगे.
इस मौके पर जियालाल प्रदेश सचिव बीकेयू हरियाणा जींद में टिकरी बॉर्डर मंच से कहा कि बीजेपी वाले कहीं कहीं जाकर उद्घाटन कर रहे हैं किसानों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर रहे हैं और पिछले दिनों झज्जरमें ओमप्रकाश धनखड़ ने पार्टी कार्यालय का उद्घाटन किया वहां भी किसान पहुंचे.
पुलिस प्रशासन वहां पहुंचने वाले किसानों को गिरफ्तार करना चाहती है तो ध्यान सेसुन ले अगर उन्हें गिरफ्तार किया तो टिकरी बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान बैठे हैं इनको भी गिरफ्तार कर ले, सरकार खुद ही माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रही है.
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इस मौके पर कुलदीप डांडा नरवाना जींद ने हरियाणवी गाना गाकर किसानों को समर्थन दिया व झज्जर की घटना पर किसानों के साथ खड़ा होने का दावा किया.
टिकरी बाॅर्डर पर झज्जर का मामला उठता देख रलदु सिंह मानसा प्रधान पंजाब किसान यूनियन व केंद्रीय कमेटी मेंबर टिकरी बॉर्डर पर किसानों को समर्थन देने पहुंच गए वहीं राजकीय टीचर यूनियन पंजाब ने तीस सदस्यों ने टिकरी बॉर्डर पर किसानो को समर्थन दिया.
इस मौके पर टिकरी बॉर्डर स्टेज पर दो मिनट का मौन रखकर आंदोलन में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि दी गई, किसानों को संबोधित करते हुए रलदु सिंह मानसा ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे आंदोलन को सात महीने पूरे होने वाले है.
गांव कंसाला रोहतक से 20 किसानों की हाजिरी में किसानों ने टिकरी बॉर्डर पर समर्थन दिया,वहीं जयपाल कुंडू टिटौली रोहतक नेटिकरी बॉर्डर पर किसानो को समर्थन दिया, उन्होंने कहा कि आजादी के बाद सबनेकिसानों को लुटा इनका कोई भला नहीं किया, अब मोदी सरकार आई तो उसने बुरा हाल करदिया.
इस सरकार ने कुर्सी चाहिए थी अब हम जग गए है हमे आजादी मिलेगी, मोदी नेहमारे पर जुल्म किए, यूपी में टोल भी बंद होंगे हमारी बात हुई है वहां से जनता भी आंदोलन में आएगी, हम यूपी में बीजेपी को नहीं आने देंगे, हम अब पीछे भी नहीं जा सकतेअब घर जाएंगे तो मुकदमा दर्ज हो जाएगा, हम तब उठेंगे जब मोदी हारेगा हम जीतेंगे, हर घर में राजनीति है.