नई दिल्ली : कांग्रेस ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में वयस्कों के लिए निशुल्क टीकाकरण की घोषणा तो कर दी लेकिन यह नहीं बताया कि पारदर्शिता के साथ राज्यो में टीके का वितरण किस हिसाब से किया जाएगा।
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कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने मंगलवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि टीके के वितरण में पारदर्शिता होनी चाहिए और पूरे देश में वैक्सीन की एक ही कीमत होनी चाहिए। सरकार ने निशुल्क वैक्सीन की घोषणा की है तो उसे यह भी बताना चाहिए कि 25 प्रतिशत वैक्सीन निजी अस्पतालों के लिए क्यों रखी गई है और अगर रखी गई है इसके लिए मूल्य भी तय किए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन, अमेरिका सहित दुनिया के अनेक प्रमुख देशों में सरकार ही टीका लगा रही है तो भारत में 25 प्रतिशत टीका निजी अस्पतालों के लिए रखने का क्या उचित है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस टीके की कीमत कितनी लगेगी इसका किसी को पता ही नहीं है।
कांग्रेस नेता कहा कि केंद्र सरकार को यह बताना चाहिए कि वह पूरे देश में 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को निशुल्क टीका लगाएगी लेकिन राज्यों में उसका वितरण किस प्रकार करेगी इसका भी खुलासा होना चाहिए ताकि किसी राज्य के साथ भेदभाव नहीं हो।
प्रवक्ता ने कहा कि सरकार और उसके मंत्री लगातार कह रहे हैं कि दिसंबर तक 100 करोड़ देशवासियों का टीकाकरण कर दिया जाएगा लेकिन इसका क्या रोडमैप है और इतनी बड़ी तादात में टीके कहा से आएंगे, इसकी कोई योजना सरकार के पास अभी तक नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह कहना आसान है कि दिसंबर तक एक अरब लोगों का टीकाकरण कर दिया जाएगा लेकिन इतने टीके कहां से आएंगे इसकी योजना का भी खुलासा होना चाहिए। उनका कहना था कि सरकार खुद कहती है कि उसने अप्रैल में 30 लाख डोज़ प्रतिदिन लगाए है। इस तरह से यदि देश की सौ करोड़ आबादी का दिसंबर तक टीकाकरण होना है तो 80 लाख डोज प्रतिदिन दिए जाने आवश्यक है।
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प्रवक्ता ने कहा कि सबको टीका लगाने की घोषणा आसान है लेकिन इसके लिए सरकार के पास क्या रोडमैप है इस बारे में कुछ स्पष्ट नहीं है। उनका कहना था कि बजट में टीकाकरण के लिए 35000 करोड रुपए की व्यवस्था है और सरकार को अगर लगता है कि यह पैसा कम है तो तुरंत संसद सत्र बुलाकर इस राशि को बढ़ाने की व्यवस्था की जानी चाहिए।