नई दिल्ली : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता एवं बारामती से सांसद सुप्रिया सुले ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस (कोविड-19) की दूसरी लहर के दौरान अनाथ हुए बच्चों के लिए राज्य और केंद्र सरकार को साथ मिलकर गंभीरता से काम करने की जरूरत है।
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सुले ने ट्वीट कर कहा कि कोरोना वायरस के कारण कई परिवार तबाह हो गए हैं और बहुत सारे बच्चे बच्चे अनाथ हो गए हैं। उन्होंने कहा कि कामकाजी माता-पिता की मौत ने कई बच्चों के भविष्य पर सवालिया निशान लगा दिया है।
उन्होंने कहा, “बच्चों के लिये केंद्र और राज्य सरकार को सद्भाव और गंभीरता से मिलकर काम करने की जरूरत है। बच्चे देश का भविष्य हैं। इसलिए हमें उनका भविष्य संवारना है।” सुले ने कहा कि यह हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है कि हम उन बच्चों की मदद करें।
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उल्लेखनीय है कि केंद्र ने पिछले महीने कहा था कि कोरोना वायरस के कारण अपने माता-पिता, कानूनी अभिभावक या दत्तक माता-पिता को खाेने वाले सभी बच्चों को ‘बच्चों की योजना के लिए पीएम केयर’ के तहत वित्तीय सहायता दी जाएगी। इसके साथ ही कई राज्य सरकारों ने भी कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों की मदद के लिए घोषणाएं की हैं।