नई दिल्ली : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आशंका के दृष्टिगत सरकार पूरी तरह से अलर्ट हैं और इसी के मद्देनजर बच्चों के वार्ड बढ़ाये जा रहे हैं।
खट्टर ने यह बात आज यहां एक वेबिनार में भाग लेते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस महामारी की दूसरी लहर के दौरान कुछ दिक्कतें आई जिन्हें दूर कर लिया गया है। प्रदेश में बेड और ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है। कोरोना के सक्रिय मामले कम हो रहे हैं। जहां प्रतिदिन नए मामले 16 हजार तक पहुंच गई थी वहीं अब यह संख्या लगभग 3500 पर आ गई है।
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उम्मीद है कि जल्द ही महामारी पर काबू पा लेंगे। ब्लैक फंगस, सांस की बीमारी, फेफड़ों की बीमारी आदि अन्य पोस्ट कोविड इफेक्ट के दृष्टिगत भी सरकार पूरी तरह से स्तर्क और तैयार है। उन्होंने कहा कि जो स्थिति 15 दिन पहले थी वह अब नहीं है। कुछ गांवों में टीकाकरण और जांच का विरोध हुआ, लेकिन लोगों में अब जागरूकता बढ़ रही है और उन्हें इसकी अहमियत पता चल रही है।
राज्य में प्रतिदिन 60 से 70 हजार लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन जनहित में लगाया गया है तथा इसका पालन नहीं करने वाले केवल राजनीति कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री विपक्षी दलों को आड़े हाथ लेते हुये कहा कि इस संकटकाल में भी वह राजनीति चमकाने का काम कर रहे हैं। यदि विपक्षी दल इस महामारी को हराने में सकारात्मक सहयोग के लिए आगे आते हैं तो उनका खुले मन से स्वागत है। यह समय साथ मिलकर महामारी से लड़ने का है न कि राजनीति चमकाने का। ऐसे में विपक्ष भय का वातावरण बनाने के बजाय सकारात्मक सहयोग करे।
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उन्होंने आंदोलनरत किसानों से कहा कि यह समय साथ मिलकर लड़ने का है केवल राजनीतिक कारणों से विरोध करने का नहीं। उन्होंने किसान नेताओं से आंदोलन खत्म करने की अपील करते हुए टीकाकरण और जांच के लिए आहवान किया और कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति अविश्वास ठीक नहीं है।
हर बात में राजनीति नहीं करनी चाहिए। सरकार मानकर चलती है कि हिंसा न हो और वातावरण न बिगड़े। आंदोलन तो महामारी के समाप्त होने के बाद फिर भी किया जा सकता है।