नई दिल्ली : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से घट रहा है। चौहान आज निवास से वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अब केवल प्रदेश के 4 जिलों भोपाल (13 प्रतिशत), इंदौर (12 प्रतिशत), रीवा (12 प्रतिशत) तथा रतलाम (11 प्रतिशत) में ही 10 प्रतिशत से अधिक साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर है।
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हमें आगामी 31 मई तक पूरे प्रदेश को कोरोना संक्रमण से मुक्त करने के हर संभव प्रयास करने हैं। हमें आगामी 1 जून से प्रदेश के सभी जिलों में, वहां की स्थिति अनुसार धीरे-धीरे चरणबद्ध रूप से कोरोना कर्फ्यू हटाना है। समीक्षा बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सांरग सहित सभी प्रभारी मंत्री, प्रभारी अधिकारी तथा सभी संबंधित उपस्थित थे।
प्रदेश में कोरोना के 3844 नए प्रकरण आए हैं। एक्टिव मरीजों की संख्या 62 हजार 53 है। पिछले 24 घंटे में 9327 मरीज स्वस्थ हुए हैं। आज की पाजिटिविटी 4.8 फीसदी है तथा साप्ताहिक पॉजिटिविटी 7.3 फीसदी है। साप्ताहिक नए प्रकरण 36 हजार 684 हैं।
मुख्यमत्री ने उमरिया जिले की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि वहाँ मरीजों को दी जाने वाली मेडिकल किटस में कोरोना प्रोटोकाल के अनुसार ही एंटी बायोटिक व अन्य दवाएँ दी जाएँ। जिन क्षेत्रों में संक्रमण वहाँ माइक्रोकंटेनमेंट जोन बनाकर संक्रमण समाप्त किया जाए।
चौहान ने शहडोल जिले की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि वहाँ मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएँ बेहतर बनाई जाएँ। हेल्प डेस्क के माध्यम से मरीजों के संबंध में जानकारी उनके परिजनों को दी जाए। मरीजों के लिए पूरी व्यवस्थाएँ अस्पताल में हों तथा परिजनों को किसी भी हालत में अंदर नहीं जाने दिया जाए।
चौहान ने अनूपपुर जिले की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि वहाँ कोल माइन्स में संक्रमण रोकने पर ध्यान दें। कोल माइन्स में 40 व्यक्ति संक्रमित हुए हैं।
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अस्पतालों द्वारा अधिक शुल्क लिए जाने के कुल 275 मामलों में 1 करोड़ 5 लाख रूपये की राशि मरीजों के परिजनों को वापस दिलाई गई है। भोपाल के फ्रैक्चर अस्पताल द्वारा एक मरीज से ढ़ाई लाख रूपये अधिक लिए गए थे। कार्रवाई करते हुए यह राशि मरीज के परिवार को वापस दिलाई गई है। श्री चौहान ने कहा कि यह गंभीर मामला है, कार्रवाई की जाए।