नई दिल्ली : केंद्रीय भारी उद्योग राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोरोनाकाल में उपचार के उपकरणों को लेकर केन्द्र सरकार को कोसकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला नहीं झाड़े बल्कि उन्हें प्रदेश में लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देकर मरीजों को उपचार दिलाया जाना चाहिए।
मेघवाल शनिवार सायं वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार कोरोनाकाल में उपचार के उपकरणों को लेकर केंद्र को कोसने की बजाय जनता को उपयुक्त एवं अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएं। केंद्र की मोदी सरकार राजस्थान ही नहीं प्रत्येक राज्य को हरसंभव मदद कर रही है इसलिए प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जिम्मेदारी से पल्ला न झाड़े बल्कि बेहतर चिकित्सा सुविधा देकर मरीजों को उपचार दिलाए।
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उन्होंने कहा कि वैक्सीन को लेकर भ्रम पैदा किया जा रहा है जबकि केंद्र सरकार ने पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध कराई है और इमरजेंसी अप्रूवल एवं ग्लोबल टेंडरिंग के लिए राज्य सरकार को स्वतंत्रता प्रदान की है ताकि वैक्सीनेशन को और ज्यादा गति मिल सके। उन्होंने ऑक्सीजन की आपूर्ति का समुचित उठाव और उपयोग पर भी राज्य सरकार को घेरा और कहा कि राज्य को अपने संसाधन और भंडारण बढ़ाने चाहिए।
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उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने पीएम केयर फंड से राजस्थान को 1500 वेंटिलेटर उपलब्ध कराए है जबकि वास्तविकता यह है कि वेंटिलेटर लगाये ही नहीं गए। इतना ही नहीं भरतपुर के निजी अस्पतालों को किराए पर दे दिए गए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का दावा पूरी तरह बेबुनियाद है क्योंकि सभी वेंटिलेटरों में तकनीकी खराबी नहीं हो सकती। उन्होंने राज्य सरकार के आरोप पर जांच कराए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि रेमेडिसिवर इंजेक्शन भी केंद्र द्वारा मांग के अनुरूप उपलब्ध कराए जा रहे हैं।