नई दिल्ली : महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक कार्य मंत्री नवाब मलिक ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित उत्तर प्रदेश सरकार पर विज्ञापनों पर भारी धनराशि खर्च करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर यही धनराशि कोविड-19 के प्रबंधन के लिए इस्तेमाल की जाती तो कोरोना वायरस संक्रमण से राज्य के हर गांव के लोग न मरते।
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मलिक ने कहा, “भाजपा शासित उत्तर प्रदेश और बिहार में कोरोना प्रबंधन केवल विज्ञापनों में है। अगर यही धनराशि कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने में खर्च की जाती तो इन राज्यों के हर गांव में कोरोना से लोगों की मौत न होती।”
उन्होंने केन्द्र सरकार से सर्वदलीय बैठक बुलाने और कोरोना वायरस से लड़ने के लिए नीतियां बनाने की मांग की। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि यदि पूरे देश के लिए एक नीति नहीं बनायी गयी तो यह महामारी खत्म नहीं होगी।
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मलिक ने उच्चतम न्यायालय के हाल के ऑक्सीन वितरण के संबंध में दिये गये एक आदेश का जिक्र करते हुए कहा कि जो काम सरकार को खुद करना चाहिए था, उसे शीर्ष न्यायालय के आदेश पर किया जा रहा है।