नई दिल्ली : भारतीय आलराउंडर रवींद्र जडेजा को न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 2019 एकदिवसीय विश्व कप के सेमीफाइनल में आउट हो जाने का गहरा अफ़सोस है। जडेजा ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम की आलराउंडर जेमिमा रोड्रिग्स के साथ ड्रीम 11 के कार्यक्रम दिल या दिमाग में यह खुलासा किया है।
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जब जडेजा से यह पूछा गया कि यदि उन्हें इतिहास में वापस जाकर यह चुनना पड़े कि वह 2016 या 2019 के विश्व कप के सेमीफाइनल में से कौन सा जीतना चाहेंगे, तो जडेजा ने तुरंत 2019 को चुना और कहा, “मैं उस मैच में अच्छा खेल रहा था। हम उस मैच को लगभग जीतने वाले थे लेकिन तभी मैं आउट हो गयाI उस मैच को मैं अपने देश के लिए जीतना चाहता था। ”
जडेजा ने अपनी पहली आईपीएल जीत को याद किया जब उन्होंने शेन वार्न की कप्तानी में आईपीएल को जीता था, चेन्नई सुपरकिंग्स के मौजूदा आलराउंडर ने कहा, “मुझे लगता है की पहली जीत हमेशा यादगार होती है क्योंकि मेरा आईपीएल का सफर शुरू हुआ था और मैं उस टीम का हिस्सा था I ”
अपने गेंदबाजी कौशल के लिए ज्यादा विख्यात जडेजा ने स्वीकार किया कि वह गेंदबाजी के मुकाबले बल्लेबाजी को ज्यादा पसंद करते हैं। उन्होंने कहा, “मैं अपनी बल्लेबाजी के साथ ज्यादा जाना पसंद करूंगा क्योंकि भारत बल्लेबाजों से भरा देश है और यहां जो रन बनाता है वो ज्यादा प्रसिद्ध होता है क्योंकि टीम अपनी बल्लेबाजी के लिए ज्यादा जानी जाती है।”
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अपनी फिटनेस के लिए ज्यादा विख्यात जडेजा ने साथ ही कहा की वह कभी रन आउट होना नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा, “क्रिकेट में रन आउट होना अपना विकेट मुफ्त में देने जैसा है। बचपन से ही हमें कोचों ने हमें सिखाया है कि कभी रनआउट नहीं होना है। बल्लेबाज के आउट होने के अन्य तरीके हैं और रन आउट इनमें से एक नहीं है। ”